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हाथ पैर किस प्रकार सुन्न हो जाते है आइए जानें

अकसर जब आप कभी एक ही अवस्था में बैठे रह जाते हैं तो आपके हाथ और पैर सुन्नं पड़ जाते हैं, जिसके कारण आपको कभी कोई भी चीज़ को छूने का एहसास मालूम नहीं पड़ता है। यही नहीं, इसके अलावा आपको प्रभावित स्था न पर दर्द, कमजोरी या ऐठन भी महसूस होती होगी। लगभग सभी लोग इस अनुभव का शिकार जरूर हुए होंगे।

लगातार हाथों और पैरों पर प्रेशर के अलावा यह सुन्न पड़ना, किसी ठंडी चीज को बहुत देर तक छूते रहने से, तंत्रिका चोट, बहुत अधिक शराब का सेवन, थकान, धूम्रपान, मधुमेह, विटामिन या मैग्नीहशियम की कमी आदि से भी होता है।
शरीर के अंग का सुन्नाआ पड़ जाना एक आम सी समस्यात जरूर है लेकिन इसके कई कारण भी हो सकते हैं। अगर यह समस्या कुछ मिनटों तक रहती है तब तो घबराने वाली कोई बात नहीं है लेकिन अगर यही कई-कई घंटों तक बनी रहे तो आपको डॉक्ट र के पास जाने की आवश्यतकता जरूर है, क्योंकि यह किसी बड़ी बीमारी का भी लक्षण हो सकता है।

एक ही मुद्रा में ज्यादा देर तक रहने से हाथ-पैर जब सुन्न पड़ जाते हैं और उनमें झनझनाहट होने लगती है, तो कई बार व्यक्ति घबरा जाता है। खीज भी बहुत होती है, लेकिन क्या आपको मालूम है कि हाथ-पैर सुन्न होते क्यों हैं?

हाथ पैर को सुन्न होने से कैसे बचे , आइए जानें

गरम पानी से सेंके
शरीर का जो भी अंग सुन्न पड़ गया हो वहां गरम पानी की बोतल का सेंक रखें। इससे वहां की रक्त संचालन ठीक हो जाएगी। इस टिप्स की मदद से आपकी मासपेशियां और नसें रिलैक्स होंगी। एक साफ कपड़े को गरम पानी में 5 मिनट के लिए भिगोएं रखें और फिर उससे प्रभावित जगह को सेंके। आप चाहें तो गरम पानी से स्नाेन भी कर सकती हैं।

व्यायाम करना ना भूलें
व्यावयाम (एक्सरसाइज़) करने से शरीर में ब्लड सर्कुलेशन तेज़ी से होता है और सुन्न वाली जगह पर ऑक्सीजन की मात्रा भी बढ़ जाती है।
[: High blood pressure

घर बैठे करे उच्च रक्तचाप को कंट्रोल। अंग्रेजी दवाई से अगर आप को नुकसान हो रहा है तो जरूर आयुर्वेद को अपनाये।

प्रयोग नम्बर १ – आधा चम्मच मेथी के दानो को आधा गिलास गरम पानी में भिगोके रख दो। सुबह उठकर खाली पेट मेथी दाने को चबा चबा के खाना है और जिस पानी में भिगोके रखे थे वही पानी ऊपर से पीना है। यह प्रयोग लगातार ३-४ माह तक करे।

प्रयोग नंबर २ – शहद आधा चम्मच और दालचीनी का पाउडर आधा चम्मच लेकर अच्छे से मिक्स करे और सुबह खाली पेट इसको गरम पानी के खाना है। ३-४ महीने में आप को आराम दिखाना शुरू हो जाएगा।

प्रयोग नबर ३ – बेल के ४-५ ताज़ी हरी पत्तिया तोड़कर उन को आप पत्थर पर अच्छे से पीस लो और चटनी बनाकर इस चटनी को एक गिलास पानी में मिक्स कर के उस पानी को तब तक उबले जब तक पानी आधा ग्लास शेष रह जाये। अब इस पानी को ठंडा कर के पि लीजिये। बहोत कारगर उपाय है।

प्रयोग नंबर ४ – एक चाय के कप में लौकी का रस लेकर उस में ४-५ पत्तिया हरा धनिया, ४-५ पत्तिया पुदीने की, काली मिर्च ३-४, तुलसी के पत्ते ४-५ सब को अच्छे पीसकर लौकी के रस में मिक्स करे और इसे सुबह नाश्ता करने के १ घंटे पहले पिले।

नोट : उपाय बताये गए प्रयोगो में से आप कोई एक प्रयोग करे। अवश्य लाभ मिलेगा। निरंतर करे। गैप न दे। धन्यवाद।।
[ घरेलु उपचार: हाई ब्‍लड प्रेशर पर प्रभावशाली घरेलू उपाय

हाई ब्लड प्रेशर में रोगी को चक्कर आने और सिर घूमने की समस्‍या होती है। रोगी का किसी काम में मन नहीं लगता। उसमें शारीरिक काम करने की क्षमता नहीं रहती और रोगी अनिद्रा का शिकार रहता है। घरेलू उपचार के सावधानीपूर्वक इस्तेमाल से बिना दवाई लिए इस भयंकर बीमारी पर पूर्णत: नियंत्रण पाया जा सकता है। जरूरत है संयमपूर्वक नियम पालन की।

आइए जानें हाई ब्लड प्रेशर के लिए घरेलू उपाय।

नमक का कम प्रयोग

नमक ब्लड प्रेशर बढाने वाला सबसे प्रमुख कारक है। इसलिए यह बात सबसे महत्‍वपूर्ण है कि हाई बी पी वालों को नमक का प्रयोग कम कर देना चाहिए।

लहसुन

उच्च रक्तचाप का एक प्रमुख कारण होता है रक्त का गाढा होना। रक्त गाढा होने से उसका प्रवाह धीमा हो जाता है। इससे धमनियों और शिराओं में दवाब बढ जाता है। लहसुन ब्लड प्रेशर ठीक करने में बहुत मददगार घरेलू उपाय है। यह रक्त का थक्का नहीं जमने देती है। धमनी की कठोरता में लाभदायक है। रक्त में ज्यादा कोलेस्ट्रॉल होने की स्थिति का समाधान करती है।

प्याज

प्याज के नियमित सेवन से ब्‍ल्‍ड प्रेशर नियंत्रण में रहता है और अगर आपका ब्‍लड प्रेशर बढ़ गया है तो उसे तुरंत करने के लिए प्‍याज का सेवन करें। इसके सेवन से शरीर से कोलेस्ट्रॉल की मात्रा भी नियंत्रित होती है। इसमें क्योरसेटिन पाया जाता है, यह एक ऐसा ऑक्सीडेंट फ्लेवेनॉल है, जो दिल को बीमारियों से बचाता है। प्‍याज को खाने के साथ और सलाद के साथ भी प्रयोग कर सकते हैं।

अदरक

प्याज और लहसुन की तरह अदरक भी काफी फायदेमंद होता है। बुरा कोलेस्ट्रॉल धमनियों की दीवारों पर प्लेक यानी कि कैल्‍शियम युक्त मैल पैदा करता है जिससे रक्त के प्रवाह में अवरोध खड़ा हो जाता है और नतीजा उच्च रक्तचाप के रूप में सामने आता है। अदरक में बहुत हीं ताकतवर एंटी-ऑक्सीडेटस होते हैं जो कि बुरे कोलेस्ट्रॉल को नीचे लाने में काफी असरदार होते हैं। अदरक से आपके रक्तसंचार में भी सुधार होता है, धमनियों के आसपास की मांसपेशियों को भी आराम मिलता है जिससे कि उच्च रक्तचाप नीचे आ जाता है।

नींबू का रस

नींबू के रस से रक्‍त वाहिनियां कोमल व लचकदार हो जाती हैं। इससे रक्‍तचाप सामान्‍य बना रहता है। यह हृदयाघात के खतरे को भी कम करता है। एक-एक चम्‍मच शहद, अदरक और नींबू के रस को गुनगुने पानी में मिलाकर सप्‍ताह में दो-तीन बार पीना चाहिए। यह ब्‍लड प्रेशर के लिए बहुत अच्‍छा टॉनिक है। इसके अलावा बढे हुए ब्लड प्रेशर को जल्दी कंट्रोल करने के लिये आधा गिलास पानी में आधा नींबू निचोड़कर 2-2 घंटे के अंतर से पीते रहें। यह बहुत ही लाभकारी उपचार है।

तिल

तिल का सेवन करने से रक्‍तचाप सामान्‍य हो जाता है। तिल का तेल और चावल की भूसी को एक साथ खाने से ब्लड प्रेशर नियंत्रण में रहता है। यह हाइपरटेंशन के मरीजों के लिए भी लाभदायक होता है। माना जाता है कि यह रक्‍तचाप कम करने वाली अन्य औषधियों से ज्यादा बेहतर है। रक्‍तचाप बढ़ने पर इसका सेवन कीजिए।

तरबूज के बीज और खसखस

तरबूज के बीज को छीलकर उसके बीच की गिरी और खसखस दोनों को बराबर मात्रा में मिलाकर पीस लें। रोज सुबह-शाम एक चम्मच खाली पेट पानी के साथ लें। एक महीने तक इसका सेवन करें। यह हाई ब्‍लड प्रेशर के रोगियों के लिए बहुत फायदेमंद होता है।

अलसी

अलसी में अल्फा लिनोनेलिक एसिड भरपूर मात्रा में पाया जाता है। यह एक प्रकार का ओमेगा 3 फैटी एसिड है। कई शोधों में भी पता चला है कि जिन लोगों को हाइपरटेंशन की शिकायत होती है, उन्हें अपने आहार में अलसी का इस्तेमाल शुरू कर देना चाहिए। इस औषधि में कोलेस्‍ट्रॉल की मात्रा भी कम होती है, और इसके सेवन से रक्‍तचाप भी कम हो जाता है।
[: खाना खाते समय याद रखें 5 टिप्स

अच्छी डाइट और व्यायाम बेहतर सेहत और जीवन के लिए हमेशा लाभकारी होती है, लेकिन इसके साथ ही आपके खान-पान और जीने का तरीका भी आपकी को काफी हद तक प्रभावित करता है। अगर आप अपने स्वास्थ्य को बेहतर बनाना चाहते हैं तो भोजन करने से जुड़े यह 5 सूत्र आपको पता होना चाहिए –

1 पहला सूत्र है, खाने को चबा-चबाकर खाना। यह सिर्फ कहने की बात नहीं है बल्कि प्रत्यक्ष तौर पर आपकी सेहत पर असर डालती है। आयुर्वेद में भी कहा गया है कि हमारे मुंह में जितने दांत हैं, हर निवाले को उतनी बार यानि 32 बार चबाना चाहिए। आप भी कोशिश कीजिए कि ज्यादा से ज्यादा चबाकर खाएं।

2 खाना खाने के दौरान पानी बिल्कुल न पिएं। पानी का सेवन खाना खाने के आधा घंटा पहले व बाद में ही करेंगे तो यह पाचन के लिए भी फायदेमंद होगा और आपकी सेहत के लिए भी।

3 रात के खाने को लेकर सतर्क रहेंगे, तो स्वास्थ्य संबंधी परेशानियां कम होंगी। ज्यादातर समस्याएं पेट के कारण होती है, और अगर आप देर रात खाना खाते हैं तो वह सही तरीक से पच नहीं पाता जिससे कई स्वास्थ्य समस्या पैदा होती हैं। कोशिश कीजिए सोने से कम से कम दो घंटे पहले ही भोजन कर लें और हल्का भोजन लें।

4 खाना खाने के तुरंत बाद आइसक्रीम, ठंडा पानी आदि का सेवन न करें अन्यथा आपको पाचन संबंधी समस्या व कब्ज हो सकता है। इसका कारण है आपकी पाचन अग्नि का समाप्त होना। इसका आपकी सेहत पर गलत असर पड़ता है।

5 खाने के साथ कभी फलों का सेवन न करें, यह पाचन तंत्र की प्रक्रिया को बिगाड़ कर रख देता है और फिर आपको पाचन व पेट से जुड़ी समस्याएं होती हैं। फलों का सेवन हमेशा भोजन के आधा या एक घंटा पहले ही कर लें।

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[गले में खराश है, तो आजमाएं यह 5 उपाय

1 खले को आराम देने का सबसे सही समय होता है रात का वक्त। रात को सोते समय दूध में आधी मात्रा में पानी मिलाकर पिएं। इससे गले की खराब कम होगी। साथ ही गर्म हल्दी वाला दूध भी बहुत फायदेमंद होगा। 
2 एक कप पानी में 4 से 5 कालीमिर्च एवं तुलसी की 5 पत्तियों को उबालकर काढ़ा बना लें और इस काढ़े को पिएं। यह रात को सोते समय पीने पर लाभ होगा। इसके अलावा भोजन में आप साधारण चीजें ही खाएं तो बेहतर होगा। 
3 गले में खराश होने पर गुनगुना पानी पिएं। गुनगुने पानी में सिरका डालकर गरारे करने से गले की खराश दूर होगी और गले का संक्रमण भी ठीक हो जाएगा। इसके अलावा गुनगुने पानी में नमक डालकर गरारे करना एक अच्छा इलाज है। 
4 पालक के पत्तों को पीसकर इसकी पट्टी बनाकर गले में बांधे और 15 से 20 मिनट तक इसे बांधे रखने के बाद खोल लें। इसके अलावा धनिया के दानों को पीसकर उसका पाउडर बनाएं और उसमें गुलाब जल मिलाकर गले पर लगाएं। इससे भी आराम होगा। 
5 गले की खराश के लिए कालीमिर्च को पीसकर घी या बताशे के साथ चाटने से भी लाभ होता है। साथ ही कालीमिर्च को 2 बादाम के साथ पीसकर सेवन करने से गले के रोग दूर हो सकते हैं। गले की खराश या फिर अन्य समस्या होने पर मांसाहार, रूखा भोजन, सुपारी, खटाई, मछली, उड़द इन चीजों से परहेज ही रखें, ताकि गला जल्दी ठीक हो
[ एक्जिमा के असरकारक घरेलु उपचार

1.नीम के कोमल पत्तों का रस निकालकर उसमें थोड़ी सी मिश्री मिलाकर पीने से खून साफ होकर खून की खराबी से होने वाले सारे रोग दाद, खुजली, फुंसियां आदि नष्ट हो जाते हैं।

2.नीम के पत्तों को पानी में उबालकर एक्जिमा को साफ करें। फिर उस जगह पर नींबू का रस और तुलसी के पत्तों को पीसकर लेप करने से एक्जिमा रोग ठीक हो जाता है।

3.अजवायन को पानी के साथ पीसकर लेप करने से एक्जिमा कुछ दिनों में ही समाप्त हो जाता है।

4.नारियल के तेल और कपूर को अच्छी तरह मिलाकर एक्जिमा वाले स्थान पर लगाने से एक्जिमा का रोग दूर हो जाता है।


[ 🌹कोलेस्ट्रोल नियंत्रित करने के लिए आयुर्वेदिक उपाय

🌻100 मि.ली. पानी में 2 ग्राम दालचीनी का चूर्ण उबालें। 50 मि.ली. रहने पर ठंडा कर लें। उसमें आधा चम्मच (छोटा) शहद मिलाकर सुबह खाली पेट लें। यदि मधुमेह भी होत शहद नहीं लें। यह प्रयोग 3 माह तक करने से रक्त में कोलेस्ट्रोल नियंत्रण में रहता है।

🙏हरि ॐ

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🌹पेट की अनेक समस्याओं में

🌹 जीरा, काली मिर्च, छोटी हरड़, अजवायन व सेंधा नमक समभाग लें । जीरे को थोड़ा भून लें और शेष सामग्री के साथ पीस के महीन चूर्ण बना लें । 3 ग्राम चूर्ण गुनगुने पानी या शहद के साथ दिन में 1-2 बार लेने से अरुचि, अफरा, पेटदर्द, हिचकी, वातविकार, अपचन आदि में लाभ होता है । (अथवा आश्रम की समितियों के सेवाकेन्द्रों पर उपलब्ध संतकृपा चूर्ण सुबह-शाम 1-1 चम्मच गुनगुने पानी से लें, उपरोक्त समस्याओं में यह विशेष लाभदायी है ।

🕉🕉🕉🕉🕉🕉. मुँह में छाले पेट की गर्मी के चलते होते हैं, उसके पेट में कब्ज जमा है, कब्ज के खात्मे के लिए बहुत से उपाय समय समय पर बताए हैं उन पर अमल करें, देर रात तक जागना सुबह देर तक सोना बन्द करें।

अमरूद के पत्ते चबा कर लार बाहर निकाल दें, छालों पर फिटकरी का पानी भी लगा सकते हैं।
रात में भोजन के बाद एक चम्मच त्रिफला चूर्ण खा कर गुनगुना दूध पियें।
Ji: मुहँ में छाले के उपाय

अक्सर पेट में कब्ज, पेट की गर्मी ,दाँत से जीभ कटने या किसी अन्य कारण से जब मुँह में छाले हो जाते है तो कुछ भी खाना-पीना व निगलना तक बहुत ही मुश्किल हो जाया करता है। और जब जीभ पर भी छाले हो जाया करते हैं तब तो बहुत ही असहनीय हालत हो जाती है ऐसी हालत में कुछ भी न खाते न उगलते ही बनता है।

कुछ आसान से घरेलु उपाय

  • सूखे पान के पत्ते का चूर्ण बनाकर इस चूर्ण को शहद में मिलाकर दिन में 3-4 बार चाटना चाहिए।
  • शहद में मुलहठी का चूर्ण मिलाकर इसका लेप मुँह के छालों पर करें और लार को मुँह से बाहर टपकने दें।
  • छोटी हरड़ को महीन पीसकर छालों पर लगाने से मुँह तथा जीभ के छालों से निश्चित रूप से छुटकारा मिलता है। इसे दिन में दो तीन बार अवश्य ही लगायें।
  • तुलसी की चार-पाँच पत्तियां नित्य सुबह और शाम चबाकर ऊपर से दो घूँट पानी पीयें। मुँह के छाले शीघ्र ठीक जाते है ।
  • मुँह में छाले होने पर सुबह शाम अडूसा के 2-3 पत्तों को चबाकर उनका रस चूसना चाहिए।
  • पान लगाने वाले कत्थे को मुहँ के छालों में लगाने से जल्द लाभ मिलता है ।
  • अमरूद के कोमल ताजे पत्तों में कत्था मिलाकर पान की तरह चबाने से भी मुँह के छाले ठीक हो जाते हैं।
  • कत्था, मुलहठी का चूर्ण और शहद मिलाकर मुँह के छालों पर तीन चार दिन तक दिन में 2-3 बार लगाना चाहिए।
  • दिन में 3-4 बार शुद्ध घी या मक्खन को मुँह के छालों में लगाना चाहिए ।
  • मिश्री को बारीक पीसकर उसमें थोड़ा सा कपूर मिलाकर छालों में लगायें।
  • नींबू के रस में शहद मिलाकर इसके कुल्ले करने से भी मुँह के छाले शीघ्र दूर होते हैं।
  • मुहँ के छाले होने पर अमृतधारा में शहद मिलाकर उसे दिन में 3-4 बार रुई से लगाना चाहिए ।
  • दो ग्राम भुना हुआ सुहागा का बारीक चूर्ण पन्द्रह ग्राम ग्लींसरीन में मिलाकर दिन में दो तीन बार मुँह एवं जीभ के छालों पर लगायें।
  • पानी में नारियल का तेल मिलाकर उसके गरारे करने से भी जल्दी लाभ मिलता है ।
  • अलसी के कुछ दाने दिन में 2-3 बार चबाने से भी मुहँ के छालों में आराम मिलता है ।
  • मट्ठा पीने से भी शीघ्र लाभ मिलता है ।
  • नीम के टूथपेस्ट या नीम के मंजन से भी मुँह के छालों में आराम मिलता है ।
  • मुहँ के छाले होने पर मिर्च मसाले, आचार, तम्बाकू,दही या खट्टे पदार्थों का सेवन बिलकुल भी नहीं करना चाहिए ।

रात मे 1 गिलास गुनगुने दूध मे 1 चम्मच शुद्ध देशी घी मीलाकर पिये जल्दी आराम आता है
[ सुपरफूड लहसुन

अगर इम्‍यून सिस्‍टम कमजोर हो जाता है तो इंसान को सौ तरह की बीमारियां घेर लेती हैं। क्‍या आप जानते हैं कि लहसुन और शहद को एक साथ मिला कर खाने से ये एंटीबायोटिक का काम करते हैं। यह एक प्रकार का सूपर फूड है।

इसे बानने के लिये 2-3 बड़ी लहसुन की कली को हल्‍का सा दबा कर कूट लीजिये और फिर उसमें शुद्ध कच्‍ची शहद मिलाइये। इसे कुछ देर के लिये ऐसे ही रहने दीजिये, जिससे लहसुन में पूरा शहद समा जाए। फिर इसे सुबह खाली पेट 7 दिनों तक खाइये और फिर देखिये कमाल। हमेशा कच्‍चे और शुद्ध शहद का ही प्रयोग करें क्‍योंकि यह कोलेस्‍ट्रॉल को कम करने के मदद करता है। साथ ही इसे खाने से वजन भी कम होता है। अब आइये जानते हैं कच्‍ची लहसुन और शुद्ध शहद खाने के लाभ-

  1. इम्‍यूनिटी बढ़ाए
    लहसुन और शहद के मेल से इस घोल की शक्‍ति बढ जाती है और फिर यह इम्‍यून सिस्‍टम को मजबूत कर देता है। इम्‍यून सिस्‍टम मजबूत होने
    से शरीर मौसम की मार से बचा रहता है और उसे कोई बीमारी नहीं होती।
  2. दिल की सुरक्षा करे
    इस मिश्रण को खाने से हृदय तक जाने वाली धमनियों में जमा वसा निकल जाता है, जिससे खून का प्रवाह ठीक प्रकार से हृदय तक पहुंच पाता है। इससे हृदय की सुरक्षा होती है।
  3. गले की खराश दूर करे
    इस मिश्रण को लेने से गले का संक्रमण दूर होता है क्‍योंकि इसमें एंटी-इंफ्लेमेटरी गुण हैं। यह गले की खराश और सूजन को कम करता है।
  4. डयरिया से बचाए
    अगर किसी को डायरिया हो रहा हो तो, उसे इसका मिश्रण खिलाएं । इससे उसका पाचन तंत्र दुरुस्‍त हो जाएगा और पेट के संक्रमण मर जाएंगे।
  5. सर्दी-जुखाम से राहत दिलाए
    इसको खाने से सर्दी-जुखाम के साथ साइनस की तकलीफ भी काफी कम हो जाती है। यह मिश्रण शरीर की गर्मी बढ़ाता है और बीमारियों को दूर रखता है।
  6. फंगल इंफेक्‍शन से बचाए
    फंगल इंफेक्‍शन, शरीर के कई भागों पर हमला करते हैं, लेकिन एंटीबैक्‍टीरियल गुणों से भरा यह मिश्रण बैक्‍टीरिया को खतम कर के शरीर को बचाता है।
  7. डीटॉक्‍स
    यह एक प्राकृतिक डीटॉक्‍स मिश्रण है, जिसे खाने से शरीर से गंदगी और दूषित पदार्थ बाहर निकलता है।
    [: 🌹उच्च रक्तचाप: 

🌻(१) किसी भी प्रकार से नीम्बू के रस का प्रयोग करने से रक्त वाहिनियाँ कोमल व लचकदार हो जाती हैं! हृदयाघात (हार्ट अटैक) होने का भय नहीं रहता व रक्तचाप सामान्य बना रहता है!

🌻(२) नीम्बू का रस, शहद व अदरक का रस तीनों एक-एक चम्मच गुनगुने पानी में मिलाकर सप्ताह में २-३ दिन पियें! यह पेट के रोग, उच्च रक्तचाप, हृदयरोग के लिए एक उत्तम टॉनिक है!
[गैस व् बदहजमी दूर करने के लिए घरेलु उपचार
१. भोजन हमेशा समय पर करें.

२. प्रतिदिन सुबह देसी शहद में निम्बू रस मिलाकर चाट लें.

३. हींग, लहसुन, चद गुप्पा ये तीनो बूटियाँ पीसकर गोली बनाकर छाँव में सुखा लें, व् प्रतिदिन एक गोली खाएं.

४. भोजन के समय सादे पानी के बजाये अजवायन का उबला पानी प्रयोग करें.

५. लहसुन, जीरा १० ग्राम घी में भुनकर भोजन से पहले खाएं.

६. सौंठ पावडर शहद ये गर्म पानी से खाएं.

७. लौंग का उबला पानी रोजाना पियें.

८. जीरा, सौंफ, अजवायन इनको सुखाकर पावडर बना लें,शहद के साथ भोजन से पहले प्रयोग करें.
[चेहरे पर से चोट के निशान हटाने का आयुर्वेदिक उपाय__

शरीर के किसी भी अंग पर दाग हो अच्छा नहीं लगता| और जब दाग चेहरे पर हो तो लोग चाहे फिर वो लड़का हो या लड़की| उस दाग से बहुत परेशान हो जाते हैं| कई लोगो को बचपन में चोट लग जाती हैं| और वो भी चेहरे पर , तो उनका निशान रह जाता हैं जिसके कारण कई लड़के और लडकिया परेशान रहने लग जाते हैं| और इससे निजात पाने के लिए तरह-तरह के तरीके अपनाते हैं| जिससे की उनके चेहरे के निशान अच्छे से साफ़ हो जाये| और वो अपनी खूबसूरती को कायम रख सके_

एलोवेरा का प्रयोग

एलोवेरा का प्रयोग वैसे भी चेहरे की सुंदरता बढ़ाने के लिए किया जाता हैं| इसका उपयोग हम औषधि के रूप में भी कर सकते हैं| और इसका उपयोग हम चेहरे पर आये चोट के निशान को मिटाने के लिए भी कर सकते हैं| इसके लिए आपको एक पैक तैयार करना होगा| सबसे पहले एलोवेरा का अंदर का गुद्दा निकाल ले| और फिर आप अच्छे से उस दाग पर मसाज करे या फिर आप, पत्तों से सीधे एलोवेरा जेल लें और चेहरे पर लगाएं| अगर आप रात को यह लगा कर सोयेंगे तो अच्छा परिणाम मिलेगा|एलो वेरा जेल त्वचा के लिए काफी लाभदायक है| दाग धब्बों के लिए यह जादू की तरह काम करता है|

शहद का प्रयोग

शहद हर किसी के घर में मिल ही जाता हैं| कई लोग इसे नवजात शिशु को देने के लिए भी प्रयोग करते हैं क्योंकि ये बहुत लाभदायक होता हैं| इसे हम चेहरे के दाग मिटाने के लिए भी उपयोग कर सकते हैं| ये तरीका काफी पुराना होने के साथ काफी लाभदायक भी हैं| सबसे पहले शहद में ओटमील व् थोड़ा सा पानी मिलकर एक पैक तैयार कर ले| इसके बाद इसे अच्छे से मिलाकर अपने चोट के निशान पर लगाए| और थोड़ी देर लगा रहने दे, और फिर गुनगुने पानी से साफ़ कर ले थोड़े ही दिनों में आपको इसके असर दिखेगा| इस तरीके को आप रोजाना इस्तेमाल करे|

बेकिंग सोडा का इस्तेमाल

आप हमेशा बेकिंग सोडा का प्रयोग केक बनाने के लिए करते हैं| और इसका प्रयोग केक बनाने के साथ में चेहरे के दाग धब्बो को हटाने के लिए भी किया जाता हैं| इसके लिए आप एक चम्मच बेकिंग सोडा में तीन चम्मच पानी मिलाइये| इस मिश्रण को दाग पर लगाइये और कुछ मिनट तक मिलाइये| ऐसा करते समय दाग पर ज़्यादा तेज़ ना रगड़े| और फिर थोड़ी देर बाद गुनगुने पानी से धो लें| ये तरीका आपके चेहरे के दाग धब्बो या फिर आपकी चोट का निशान मिटाने में मददगार साबित होगा|

खीरे और प्याज़ का प्रयोग

चेहरे के दाग धब्बो के लिए आप खीरे और प्याज़ का इस्तेमाल भी कर सकते हैं| या तो आप खीरे का रास निकाल कर वैसे ही चेहरे पर लगा ले, इससे दाग के साथ साथ आपके चेहरे की सुंदरता भी बढ़ेगी| और आप इसके रास को फेस पैक में भी मिलकर लगा सकती हैं| प्याज में सूजन और जलन काम करने की क्षमता होती है |जो दाग में कोलाजेन को बढ़ने नहीं देता हैं| प्याज को काटकर इसका रास निकाल ले| और फिर रुई की मदद से इसे दाग पर लगाएं| दिन में आप इस प्रक्रिया को कई बार दोहरा सकते हैं| ऐसा करने से आपको चेहरे पर से दाग हटाने में मदद मिलेगी|

व्यायाम (जैसे टहलना, दौड़ना आदि), आसन और प्राणायाम (कपाल भांति), दागों के निशान को दूर करने के लिए बहुत ही फायदे मंद है। कसरत आपकी मांसपेशियों और त्वचा की रिपेयरिंग की प्रक्रिया को तेज कर देता है जिससे हर किस्म का दाग धीरे धीरे अपने आप कम होता जाता है।

भोजन में प्रोटीन और विटामिन्स की उचित मात्रा हमेशा त्वचा के लिए अच्छी मानी जाती है। विटामिन सी युक्त भोजन दाग और निशान के उपचार में बहुत उपयोगी होते हैं।

निशान के इलाज में गाय माता का दूध और दूध से बने खाद्य पदार्थों (जैसे दही, मक्खन, घी, मट्ठा आदि) का सेवन काफी फायदा है।

भोजन में हरी सब्जियां निशान के स्थायी रूप से छुटकारा पाने में मदद करता है। आयरन जो हरी पत्तेदार सब्जियों में होता है, निशान को हटाने में मदद करता है।

अखरोट स्क्रब रगडने से भी स्टार्च के निशान को कम करने मे मदद करता है। यदि कोई महिला जब वह गर्भवती हो, तब से इनका इस्तेमाल करती रहे, तो स्टार्च के निशान गर्भावस्था के बाद भी विकसित नही होंगे।

1 चम्मच बादाम के तेल में, 5 बूंदें गुलाब के तेल और मेंहदी के तेल की डाल दें। इस मिश्रण से 15-20 मिनट मालिश करने से काफी लाभ मिलता है।

जैतून के तेल की कुछ बूंदों के साथ 5 बूंदें लैवेंडर के तेल की मिला दें और फिर मालिश करें तो लाभ मिलेगा…

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