🥀चीकू के लाभ व गुण
★🌸 कच्चे चीकू बिना स्वाद के और पके चीकू बहुत मीठे और स्वादिष्ट होते हैं। गोल चीकू की अपेक्षा लम्बे गोल चीकू श्रेष्ठ माने जाते हैं।
★🌺 पके चीकू का नाश्ते और फलाहार में उपयोग होता है। कुछ लोग पके चीकू का हलुवा बनाकर खाते हैं। इसका हलुवा बहुत ही स्वादिष्ट होता है।
★ 🌼चीकू खाने से शरीर में विशेष प्रकार की ताजगी और फूर्ती आती है। इसमें शर्करा की मात्रा अधिक होती है। यह खून में घुलकर ताजगी देती है।
★🍃 चीकू (Chiku)के पेड़ से `चिकल` नामक पदार्थ पैदा होता है। चीकू के पेड़ की छाल से चिकना दूधिया- `रस-चिकल` नामक गोंद निकाला जाता है। उससे चबाने का गोंद च्युंइगम बनता है। यह छोटी-छोटी वस्तुओं को जोड़ने के काम आता है। दंत विज्ञान से संबन्धित शल्य क्रिया में `ट्रांसमीशन बेल्ट्स` बनाने में इसका उपयोग होता है। `गटापची` नामक पदार्थ के बदले भी इसका उपयोग होता है।
🌺★ चीकू की छाल बाधक, शक्तिवर्द्धक और बुखारनाशक होती है। इस छाल में टैनिन होता है। दक्षिण लुजोन के मछुए नौकाओं के पाल और मछलियों के पकड़ने के साधन रंगने के लिए इसकी छाल का उपयोग करते हैं।
★ 🌺चीकू(Chiku) के फल शीतल, पित्तनाशक, पौष्टिक, मीठे और रुचिकारक हैं। इसमें शर्करा का अंश ज्यादा होता है। यह पचने में भारी होता है।
★💐 चीकू ज्वर के रोगियों के लिए पथ्यकारक है।
💐★ भोजन के बाद यदि चीकू का सेवन किया जाए तो यह निश्चित रूप से लाभ प्रदान करता है।
🌹विशेष :
चीकू ठीक से पके हुए ही खाने चाहिए। कच्चे चीकू नहीं खाने चाहिए। कच्चे चीकू कब्ज पैदा करते हैं और पेट को भारी करके दर्द भी पैदा करते हैं।
🌻विभिन्न रोगों में सहायक चीकू :
1. 🌷दस्त : चीकू की छाल का काढ़ा बनाकर पीने से दस्त और बुखार आदि रोग समाप्त हो जाते हैं।
2🌼. धातुपुष्टि : चीकू को शर्करा के साथ खाने से शरीर में धातु की पुष्टि होती है।स्नेहा समूह
3.🌾 पेशाब की जलन : चीकू के सेवन करने से पेशाब की जलन शान्त हो जाती है।
4. 🌸पित्त प्रकोप : चीकू को रातभर मक्खन में भिगोकर सुबह के समय खाने से पित्त प्रकोप शांत होता है तथा यह बुखार में भी लाभकारी होता है।
5🌸. खून की कमी : शरीर में खून की कमी को दूर करने के लिए रोजाना 3 से 4 चीकू 8 से 10 दिन तक लगातार खाने से लाभ होता है।
6🥀.हृदय रोग : हृदय और गुर्दे के रोगों में एक अहम भूमिका निभाने वाला चीकू एनिमिया होने से भी रोकता है।
7🌻.टॉनिक : चीकू उर्जा का एक बहुत ही अच्छा स्रोत है। यह कसरत और मेहनत के करने वालों के लिए एक टॉनिक के रूप में काम करता है।
8.🥀गुर्दे के रोग : यह दिमाग की तंत्रिकाओं को शांत और तनाव को कम करने में मदद करता है। पोटेशियम और सोडियम से भरपूर चीकू के सेवन से पेशाब में जलन की समस्या दूर होती है। जिन्हें कब्ज और दस्त की बीमारी हो उन्हें नियमित रूप से चीकू का सेवन करना चाहिए। स्वाद में मीठे और विटामिन सी स्रोत चीकू शरीर की प्रतिरक्षा प्रणाली के लिए ठीक रहता है। इसके अलावा यह गुर्दे के रोगियों के लिए भी गुणकारी है।
9🌻.बवासीर : बवासीर और दस्त में एक उपचार के तौर पर काम करता है चीकू। इसके अलावा यह कोलन कैंसर को कम करने में भी सहायक है।
1🥀0.प्रतिरोधक क्षमता : इसमें विटामिन ए के साथ विटामिन सी भी पाया जाता है। विटामिन सी शरीर की प्रतिरोधक क्षमता को बढ़ाने में एक महत्वपूर्ण भूमिका निभाता है।
1🌻1.कैंसर : चीकू हमारे ह्रदय और रक्त वाहिकाओं के लिए बहुत लाभदायक होता है। इसमें बेटा-क्राइटॉक्सथीन होता है, इसलिए माना जाता है कि यह फेफड़ो के कैंसर के होने के खतरे को कम करता है।स्नेहा आयुर्वेद ग्रुप
12.💐आंखो की रोशनी : चीकू विटामिन ‘ए’ का एक बड़ा स्रोत है। यह आंखो के लिए कारगर है, इसलिए इसका नित्य सेवन करने से आंखो की रोशनी बढ़ती है।
1🌻3.बुखार : चीकू की छाल में टैन्निक पाया जाता है इसलिए सूजन और बुखार में चीकू बहुत ही फायदेमंद है।
1🌺4.त्वचा की सुरक्षा chiku benefits for skin : विटामिन ‘ए’ के अलावा चीकू में विटामिन ‘बी’ और ‘ई’ भी होता है जो त्वचा को सुरक्षा प्रदान करता है तथा त्वचा की नमी को बरकरार रखता है।
1🥀5. कब्ज : कब्ज और दस्त की बीमारी को ठीक करने में सहायक चीकू खाने से आंतों की शक्ति बढती है और आंतें अधिक मजबूत होती हैं।
,🌼16.हड्डियों को मजबूती : कैल्शियम, फास्फोरस और आयरन जैसे तत्वों से भरपूर चीकू शरीर की हड्डियों को मजबूती प्रदान करता है।स्नेहा समूह
🍂17.कमजोरि : नित्य इसका सेवन शरीर की कमजोरियों को दूर करता है। साथ ही कार्बोंहाइड्रेड और न्यूट्रिएंट से भरपूर चीकू स्तनपान कराने वाली महिलाओं के लिए भी लाभकारी है।