हींग के फायदे
अपच हो जाने पर
अपच हो जाने की स्थिति में हींग का सेवन करना बहुत फायदेमंद रहता है. गैस की समस्या से छुटकारा पाने के लिए भी इसका इस्तेमाल किया जाता है. अगर आपको बदहजमी की शिकायत है तो आप एक कप पानी में हींग की कुछ मात्रा मिलाकर उसका सेवन करें. इससे लाभ होगा .
सांस संबंधी समस्याओं में
हींग का इस्तेमाल श्वसन नाल से जुड़ी समस्याओं के समाधान के लिए किया जाता है. अगर आपको बलगम या फिर छाती में दर्द की शिकायत है तो आप इसका उपचार अपना सकते हैं.
दर्द निवारक के तौर पर
हींग का इस्तेमाल कई तरह के दर्द दूर करने के लिए किया जाता है. पेट दर्द और सिर दर्द में इसे हल्का गर्म करके लेप करने से लाभ होता है और अगर आपके दांतों में दर्द है तो आप इसे नींबू की कुछ बूंदों के साथ मिलकार प्रभावित दांत पर लगा सकते हैं. ऐसा करने से फायदा होता है.
माहवारी के दर्द में राहत
माहवारी के दौरान ज्यादातर महिलाओं को पेट में दर्द और मरोड़ की शिकायत हो जाती है. ऐसे में आप चाहे तो चुटकी भर हींग को पानी के साथ ले सकती हैं. ऐसा करने से लाभ होता है.
हींग से घरेलु उपचार
दस्त:
• हींग को भूनकर और चावलों के काढ़े को बनाकर सेवन करने से उल्टी, पेट में जलन, बुखार और दस्त में लाभ मिलता है।
• भुनी हींग, सफेद जीरा, काला जीरा, छोटी इलायची और दालचीनी को बराबर मात्रा में चूर्ण बनाकर रख लें, फिर इसी चूर्ण को 4-4 की मात्रा में लेकर सेंधानमक मिलाकर एक दिन में 3 से 4 बार फंकी के रूप में सेवन करने से अतिसार में आराम मिलता है।
पेट के कीड़े:
• हींग को अजवायन और ग्वारपाठा के बीच के भाग (गूदे) के साथ खाने से आंतों के कीड़े समाप्त हो जाते हैं।
• हींग को पानी में मिलाकर रूई का फोया भिगोकर बच्चों की गुदा पर लगाने से बच्चों के पेट के कीड़े मर जाते हैं।
• थोड़ी-सी मात्रा में बच्चों को हींग खिलाने से भी लाभ होता है।
• हींग को थोड़े-से पानी में मिलाकर गुदा पर लगाने से पेट के कृमि नष्ट हो जाते हैं।
• थोड़ी-सी मात्रा में हींग को पानी में घोलकर दिन में 3 से 4 बार पीने से कीड़े मरने लगते हैं।
कील, कांटा चुभना: कांटा चुभने पर हींग को घोलकर उस स्थान पर लेप करने से शरीर के अंग के अन्दर घुसा हुआ कांटा बाहर निकल आता है।
पेट में दर्द:
• हींग को गर्म पानी में मिलाकर लेप बनाकर नाभि के आस-पास गाढ़ा लेप लगाने से पेट दर्द शान्त होता है। 🙏