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डिप्रेशन कारण एवं निवारण-

मानसिक तनाव अनेक रोगों की जड़ है ।मधुमेह से लगाकर आत्महत्या तक इसके दुखद परिणाम है ।
आज जरूरत है हम मानवीय संवेदना को समझे ।प्रकृति के उपहारों व्यवस्थाओं को जाने ।अपनी जीवनशैली में बदलाव लाये ।
उदास या दुखी होना मानवीय व्यवहार का एक पहलू है। जिस तरह हम खुश होते हैं, उसी तरह हम उदास भी होते हैं। कभी खुश, कभी उदास होना आम बात है, लेकिन अत्यधिक उदास होने से आपके शरीर व स्वास्थ्य पर अनेक् दुष्प्रभाव पड़ सकते हैं। यदि आप भी अत्यधिक मेंटली डिप्रेस्ड रहते हैं, तो उसके कई कारण हो सकते हैं। आइए जानते हैं, कि किन कारणों के चलते आप मानसिक रूप से उदास हो सकते हैं।

  1. देरी से सोना और देरी से उठना।

देर से सोने और जल्दी न उठने के कारण आपकी दिनचर्या में काफी बदलाव आता है, इस आदत के चलते आपका दिमाग असंतुलित हो सकता है, और आप डिप्रेशन का शिकार हो सकते हैं।

2. लेन-देन का हिसाब न रखना।

उदास रहने का एक बड़ा कारण लेन-देन का हिसाब न रखना भी हो सकता है, जो लोग अपने लेन देन का अच्छे से हिसाब नही रखते हैं, वह अक्सर दिमागी रूप से असंतुलित हो जाते हैं, और खुद को दुखी व उदास महसूस करने लगते हैं।

  1. किसी के लिए कुछ न करना।

किसी के लिए कुछ न करने से मतलब है, कि खुद से जुड़े व्यक्तियों, दोस्तों अथवा फैमिली मेंबर्स के लिए कभी कुछ न करना या सोचना। सिर्फ अपने काम या बिजनेस में ही पूर्ण रुचि रखना। ऐसा करने वाले लोगो में डिप्रेशन की स्थिति उत्पन्न हो जाती है, और वह उदास रहने लगते हैं।

  1. स्वयं की बात को ही सही बताना।

जो लोग दूसरों की बातों पर बिल्कुल गोर नही करते और खुद के द्वारा कही गई हर बात को सही बताते हैं, ऐसे लोग अपनी ही बातों में होकर दिमागी सन्तुलन खो सकते हैं, और मानसिक रूप से डिप्रेस्ड हो सकते हैं।

  1. किसी का विश्वास न करना।

जल्द ही विश्वास करना गलत बात है, लेकिन यदि आप किसी पर विश्वास ही नही करते, तो यह आपके मन को कमजोर कर सकता है, और आप डिप्रेशन का शिकार हो सकते हैं।

6. झूठ बोलने की आदत।

यदि आपको झूठ बोलने की आदत है, और बिना कोई उचित कारण के भी आप झूठ बोलते हैं, तो इसके दुष्प्रभाव आपके मस्तिष्क पर देखने को मिल सकते हैं। झूठ को याद रखना पड़ता है, और यदि आप हर बार झूठ बोलते हैं, तो इसका सीधा असर आपके दिमाग पर पड़ता है। बोले गए हर झूठ को याद रखने के कारण आपके मस्तिष्क पर प्रेशर बन सकता है, और आप डिप्रेशन की स्थिति में पहुंच सकते हो।

  1. कोई भी काम समय पर न करना।

समय पर काम न करने से डिप्रेशन की स्तिथि पैदा होने लगती है, जैसे जैसे समय निकलते जाता है, आप यह महसूस करने लगते हैं, कि हमारा काफी समय निकल चुका है, और यह काम अब हमसे नही हो पाएगा। ऐसी स्थिति में आप मानसिक रूप से उदास हो सकते हैं।

  1. बिना मांगे सलाह देना।

सलाह देना अच्छी बात है, लेकिन यदि आप बिन मांगे किसी को सलाह देते हैं, तो वह व्यक्ति आपको इग्नोर कर सकता है, ऐसा बार बार होने से आपके मन में खुद के लिए हीन भावना पैदा हो सकती है, और आप डिप्रेस्ड हो सकते हैं।

  1. बीते हुए सुख को बार बार याद करना।

अच्छा और बुरा समय हर एक व्यक्ति की जिंदगी में आता है, यदि आप कुछ समय पहले बहुत खुश थे, और किसी कारण के चलते अभी आप उतने खुश नही रह पा रहे हैं, तो आप अपने बीते हुए दिनों को याद न ही करें तो अच्छा है, क्योंकि पिछली बातें सोचकर आप अपने दिमाग पर टेंशन बढ़ा सकते हैं, एवं खुद के लिए और अधिक दुखी होने की स्तिथि पैदा कर सकते हैं।

10. हमेशा अपने लिए ही सोचना।

हमेशा अपने लिए ही सोचने की आदत आपको महँगी पड़ सकती है। सिर्फ खुद के लिए सोचने से आपका दिमाग एक दायरे में कैद हो सकता है, और दिमागी प्रेशर बढ़ने पर आप मेंटली डिप्रेस्ड हो सकते हैं, इसलिए चारों तरफ की सोच रखें, सिर्फ अपने लिए ही न सोचें।
(11) लगातार काम और कैरियर पर ध्यान देना -आजकल काम के बोझ और केरियर के कारण मानसिक दबाव बढ़ रहा है ।इंसान सिर्फ कर्म कर सकता है परिणाम ईश्वर के उपर छोड़ेंगे खुश रहेंगे ।
(12) दवाओं/मादक पदार्थो का अत्यधिक सेवन -इनसे बचना चाहिए ।यह आपको आदि बनाकर मानसिक तनाव को बड़ा रहे है ।

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