ॐ त्र्यम्बकं यजामहे सुगन्धिं पुष्टिवर्धनम्।
उर्वारुकमिव बन्धनान्मृत्योर्मुक्षीय माऽमृतात्॥
महानगर नई दिल्ली के राममनोहर लोहिया
अस्पताल के मनोरोग विभाग के डॉक्टरों ने
तीन अक्तूबर, 2019 से एक शोध प्रारम्भ
किया,जिसमें उन्होंने मानव मस्तिष्क पर
महामृत्युंजय महामन्त्र के प्रभाव
को जांचने का प्रयास किया।
उन्होंने इस विभाग के 40 मरीजों,जो किसी
दुर्घटना अथवा किसी अन्य कारण से कोमा
अर्थात् बेहोशी में चले गये थे, को 20-20
मरीजों अर्थात् दो भागों में बांट दिया।
वृंदावन के एक विद्यापीठ के ब्राह्मणों से एक
समूह के बीस मरीजों के लिये महामृत्युंजय
मंत्र के जाप करने के लिया कहा।
दो-तीन दिन के अन्तराल के बाद ही देखा
गया कि जिन के लिये जाप किया जा रहा है।
उन 20 मरीजों में से 18 मरीजों की स्थिति
में तेज गति से सुधार हो रहा है।
डाक्टरों द्वारा शोध अभी जारी है,
किन्तु शास्त्रें में वर्णित मन्त्रें की कितनी
वैज्ञानिकता है और उनका प्रभाव कितना
लाभदायक है,इससे यह प्रमाणित होता है।
ध्यान देने योग्य तथ्य यह है कि मन्त्र का जाप
काफी दूरी से किया जा रहा था।
जो व्यक्ति मन्त्र का स्वयं जाप करता है,
उसके मस्तिष्क पर कितना अधिक प्रभाव
पड़ता होगा, इसका सहज ही अनुमान
लगाया जा सकता है।
मन्त्र इस प्रकार है-
ॐ त्र्यम्बकं यजामहे सुगन्धिं पुष्टिवर्धनम्।
उर्वारुकमिव बन्धनान्मृत्योर्मुक्षीय माऽमृतात्॥
अर्थात् भगवान शिव से प्रार्थना की गई है कि
तीन नेत्रें वाले महादेव,हमारे पालनहार,पालन
-कर्ता कृपा करके हमें इस दुनिया के मोह एवं
माया के बन्धनों एवम् जन्म-मरण के चक्र से
ऐसे ही मुक्ति दीजिये,जिस प्रकार पका हुआ
खरबूजा बिना किसी यत्न के स्वयं डाल से
अलग हो जाता है।
इस महामृत्युंजय मंत्र का वर्णन ऋग्वेद से
यजुर्वेद तक में मिलता है।
वहीं शिवपुराण सहित अन्य ग्रन्थों में भी
इसका महत्व बताया गया है।
इसके जप से संसार के सब कष्टों से मुक्ति
मिलती है।
यह मन्त्र जीवन देने वाला है,
इससे मस्तिष्क को शक्ति मिलती है।
जीवनी शक्ति के साथ ही इससे जीवन में
सकारात्मकता आती है।
इसके जाप से हर प्रकार का भय और
अवसाद समाप्त हो जाता है।
शिवपुराण में उल्लेख किये गये इस मंत्र
के जप से आदि शंकराचार्य को भी जीवन
ऊर्जा की प्राप्ति हुई थी।
हम सब का परम सौभाग्य है कि सतगुरुदेव
जी महाराज बड़ी मधुर वाणी में सत्संगों में
जाप करवाते हैं और निरन्तर जाप करने
की प्रेरणा भी देते हैं।
डॉक्टरों ने शोध में यह भी निष्कर्ष निकाला
कि जाप का माधुर्य मंत्र के प्रभाव को और
अधिक बढ़ा देता है।
संकल्प कीजिये इस महामन्त्र का निरन्तर
जाप करके अपने जीवन को आनन्दित
कीजिये।
सदा सर्वदासुमंगल💐
जयमहाकाल💐
कष्ट हरो,काल हरो💐
दुःख हरो,दारिद्र्य हरो💐
हर हर महादेव💐
जयभवानी💐
जयश्रीराम💐