Phone

9140565719

Email

mindfulyogawithmeenu@gmail.com

Opening Hours

Mon - Fri: 7AM - 7PM

हेल्थ टिप्स,किचन टिप्स,मोटिवेशन टिप्स

प्राथमिक चिकित्सा क्या है

किसी भी प्रकार की चोट लगने के बाद प्राथमिक चिकित्सा बेहद आवश्यक होती है। अस्पताल ले जाने से पहले या एंबुलेंस के आने से पहले मरीज़ को जो भी चिकित्सा दी जाती है उसे प्राथमिक चिकित्सा कहते हैं। प्राथमिक चिकित्सा से व्यक्ति का जीवन सुरक्षित किया जाता है, और उसकी बाहरी और अंदरूनी स्थिति को संतुलित करने का प्रयास किया जाता है। दुर्घटनाग्रस्त व्यक्ति को आवश्यक दवा दी जाती है, उसकी मलहम-पट्टी की जाती है और बहते रक्त को रोकने का प्रयास किया जाता है। 

प्राथमिक चिकित्सा के दौरान सबसे पहले मरीज़ के वायुमार्ग की जांच की जाती है, और यह पता लगाने की कोशिश की जाती हैं कि मरीज की सांसें चल रही हैं या नहीं। इसके बाद व्यक्ति की नब्ज देखकर रक्तसंचार की स्थिति का पता लगाया जाता है।

घर या बाहर कहीं भी हुई दुर्घटना में व्यक्ति का जीवन बचाने में प्राथमिक चिकित्सा की बहुत बड़ी भूमिका होती है। हड्डियों के टूटने, ज़ख्म होने, रक्त आने, किसी जानावर के काटने या फूड पॉइज़निंग जैसी स्थिति में प्राथमिक चिकित्सा दी जाती है। 

अपने घर में फस्र्ट एड किट या प्राथमिक चिकित्सा का सामान ज़रूर रखना चाहिए। फस्र्टएड किट में निम्नलिखित सामान होने चाहिएः

रूई और पट्टी

बैंड एड

कैंची

एंटीसेप्टिक क्रीम

शरीर का तापमान नापने के लिए थर्मामीटर

सैनीटाइज़र

ओआरएस 

ग्लूकोज़ पाउडर

बुखार, सरदर्द, दर्द निवारक दवाएं उल्टी व पेट दर्द की दवाएं 

समय-समय पर अपने फस्र्ट एड किट में खत्म हो रहे सामानों को चेक करना चाहिए। 6 महीने में दवाइयों को बदल देना चाहिए, साथ ही दवाइयों की एस्सपायरी डेट चेक करके दवाइयों को फस्र्ट एड किट में रखना चाहिए।

*दुर्घटना के प्रकार और चिकित्सा

दुर्घटना की स्थिति में देखभाल के सही तरीके अपनायें, सिर्फ थोड़ी देखरेख कर आप अस्पताल के चक्कर काटने से बच सकते है। लेकिन असामान्य लक्षण दिखने पर चिकित्सक से मिलने में देर ना करें। 
चोट लग जाने पर 
अगर आपको कहीं चोट लग जाती है और लगातार रक्त बह रहा है तो उस स्थान पर साफ रूमाल रखकर उसे तेजी ये 2 से 10 मिनट तक दबाये रखें। गुनगुने पानी से धुलें, चोट के स्थान को अच्छे से साफ करने के बाद एंटीसेप्टिक क्रीम लगायें। अगर आपने घाव पर पट्टी लगायी है तो पट्टी रोज़ बदलें। अगर घाव में सूजन आ रही है तो चिकित्सक को ज़रूर दिखायें। 
जानवर के काटने पर 
रास्ते में कुत्ते, बिल्ली या किसी अन्य जानवर के काटने पर सामान्य घाव को साबुन व पानी से साफ करके एंटीबायोटिक क्रीम लगायें। यदि घाव गहरा है और रक्तसा्रव हो रहा है तो घाव के स्थान को साफ सूखे कपड़े से बांधें और तुरंत चिकित्सक के पास जायें। जानवर के काटे गये स्थान पर लालिमा, सूजन दर्द, जलन खतरे के संकेत हो सकते हैं। अगर आपको किसी जानवर ने काटा है तो चिकित्सक को ज़रूर दिखायें।
जल जाने पर 
छोटे घावों की चिकित्सा बड़े घावों की तुलना में अलग तरीके से की जाती है। 2 इंच के घेरे के अंदर अगर शरीर का कोई भाग जला है तो इसे सामान्य घाव कहते हैं। ऐसे घाव को 3 से 4 मिनट तक पानी के नल के नीचे रखें या पानी में डुबोकर रखें, इसके बाद ठंडी पट्टियां लगायें। ऐसे घाव पर बर्फ ना लगायें और पट्टी ना बांधे। अगर छाले पड़ गये हैं तो उन्हें फूटने से बचायें।
गहरा जल जाने पर जले हुए स्थान से कपड़े ना हटायें, ऐसे घाव पर पानी ना डालें। आप गीली पट्टियां रख सकते हैं। ऐसे व्यक्ति की हृदयगति देखें और जल्दी से जल्दी अस्पताल पहुंचायें। 
जहरीले पदार्थ के संपर्क में आने पर
यदि व्यक्ति ऐसे स्थान पर है जहां जहरीली गैस फैली है तो व्यक्ति को ऐसे स्थान से दूर ले जायें। ऐसे में तुरंत चिकित्सक के पास जायें। यदि किसी व्यक्ति ने ज़हर खा लिया है तो अच्छा होगा उसे उल्टियां करायें और सोने ना दें।
मक्खी मच्छर के काटने पर 
सबसे पहले तो मक्खी जिस स्थान पर है उस स्थान से दूर जायें, क्योंकि एक मक्खी के पीछे कई मक्खियाँ आती हैं। ज्यादा घूमें नहीं, मक्खी ने जिस स्थान पर काटा है वहां उसके निशान को साफ रखें। कई घंटों बाद भी अगर सूजन नहीं जाती तो हाथों या पैरों को सीधा रखें।
क्रमशः

मोटापा कम करने के आसान उपाय

आज के समय में सबसे गंभीर और लंबे समय तक पीछा न छोड़ने वाली बीमारियों में से एक है मोटापा। जितनी आसानी से मोटापा होता है उससे कहीं अधिक मेहनत इससे छुटकारा पाने में लगती है। मोटापे का सबसे बड़ा लक्षण है शरीर पर चर्बी का होना, पेट से शुरू होकर यह चर्बी धीरे-धीरे पूरे शरीर पर फ़ैल जाती है। मोटापे का संबंध उम्र से बिल्कुल भी नहीं होता, छोटे बच्चे से लेकर बुजुर्गों तक, यह बीमारी किसी को भी हो सकती है।

मोटापे से ग्रस्त होने का सबसे बड़ा कारण अस्वस्थ और गतिहीन जीवनशैली, खाने की अनियमित मात्रा, व्यस्तता, वसायुक्त भोजन, सोडियम और चीनी हैं। इन सभी का होना मोटापे की समस्या को तो आमंत्रित करता ही है, साथ ही मोटापा अपने साथ टाइप 2 मधुमेह, जोड़ों का दर्द, उच्च रक्तचाप जैसी बीमारियाँ साथ लेकर आता है। इन सबके अलावा मोटे व्यक्ति का आत्मविश्वास भी अन्यों की तुलना कम होता है। जैसा कि सभी बिमारियों में रोकथाम को अहम् समझा जाता है वैसे ही अगर डेली रूटीन में कुछ नियमों को रेगुलर फॉलो किया जाए तो मोटापे से बचा तथा कम (Easy tips to fight obesity) किया जा सकता है:

  • दिन की शुरुआत नींबू पानी से (Start your day with lemon juice)

रोज सुबह खाली पेट गुनगुने पानी में आधे नींबू का रस मिलाकर पियें। रोजाना सेवन करने से आपको शरीर की अतिरिक्त चर्बी से छुटकारा मिलेगा।

  • व्यायाम है जरूरी (Exercise is important)

शरीर को एक्टिव व एनर्जेटिक बनाये रखने के लिए रोज सुबह एक्सरसाइज जरूर करें। कोई भी एक्टिविटी न करना आपके शरीर को कमजोर और मोटा बनाता है।

  • सेब और पपीता हैं नेचुरल फैट कटर (Apple and papaya are natural fat cutter)

फलों से न आपकी सेहत सुधरती हैं बल्कि कुछ फल ऐसे भी हैं जो आपके शरीर की चर्बी को काटने का भी काम करते हैं और शायद इससे आसान तरीका आपके कोई और न मिले इसलिए रोज सेब और पपीता खाएं और मोटापे को दूर भगाएं।

  • स्किप न करें नाश्ता (Don’t skip breakfast)

कभी भी सुबह का नाश्ता मिस न करें, ब्रेकफास्ट न करने की वजह से दोपहर का भोजन अधिक खाया जाता है जबकि पूरा दिन में थोड़ा-थोड़ा खाना अधिक फायदेमंद होता है। नाश्ते में चना, मूंग, सोयाबीन, दलिया आदि खाएं जिससे आपको भरपूर मात्रा में पौष्टिक तत्व मिलेगें तथा जो मोटापा बढ़ने नहीं देगें।

  • रोजाना हो 1 घंटे की सैर (Do 1 hour walk daily)

पूरा दिन बैठे रहने से शरीर को अतिरिक्त चर्बी इकठ्ठा करने में और आसानी हो जाती है इसलिए जितना संभव हो पैदल चलने की कोशिश करें। पूरे दिन में कम से कम एक घंटे की सैर ही आपको स्वस्थ और फिट रख सकती है। लिफ्ट की जगह सीढ़ियों का इस्तेमाल, इस क्रिया में आपका पहला पड़ाव है।

  • स्वयं पकाएं अपना भोजन (Cook your meal yourself)

बाहर खाने की जगह आप अपना भोजन स्वयं पकाएं। रेस्टोरेंट या होटल में मिलने वाला खाना किस तेल में पकाया गया है और कब पकाया गया है आप इस बारे में नहीं जानते लेकिन यदि आप घर पर खुद के लिए खाना पकाते हैं तो अपने लिए हेल्थी ऑयल, फ्रूट्स, फ्रेश वेजिटेबल्स आदि का भरपूर प्रयोग कर सकते हैं।

  • ज्यादा से ज्यादा हो फिजिकल एक्टिविटी (More Physical activities)

पैदल चलने के अलावा आप कुछ खेलों जैसे फुटबॉल, क्रिकेट, स्विमिंग, स्किपिंग आदि भी कर सकते हैं, इसके अलावा घर की सफाई करना जैसे झाड़ू, बैठकर पौंछा लगाना, सामान को शिफ्ट करना, गार्डनिंग आदि गतिविधियाँ भी आपके वेट लूज मिशन को सफल बना सकते हैं।

  • मीठे को कहें न (Say no to sweet)

यहाँ मीठे का मतलब सिर्फ मिठाइयों से नहीं है बल्कि हर उस खाद्य वस्तुओं से है जिसमें किसी न किसी रूप में चीनी का प्रयोग किया जाता है जैसे चॉकलेट्स, कैंडी, कोल्डड्रिंक्स, फ्लेवर्ड दही, डिब्बा बंद सूप, सॉस या कैचअप, बोतलों में मिलने वाले जूस आदि। मोटापा घटाने के लिए आपको इन सभी चीजों का सेवन बंद करना होगा, कोई भी सामान खरीदते समय उसमें कितनी प्रतिशत शुगर मिली है, जरूर जांचें।

परवल की मिठाई

• 500 ग्राम मैदा

• 200 ग्राम घी

• 1/2 चम्मच बेकिंग सोडा

• आधा कप दही

• 600 ग्राम चीनी (3 कप)

• 1 1/2 कप पानी

• तलने के लिये घी

• मैदा में बेकिंग सोडा मिला के छान ले.

• फिर उसमे दही और घी डालकर हाथो से अच्छे से मिलाइये, गुनगुने पानी की सहायता से नरम नरम गूंथ लीजिये. फिर उसे ढककर 30 मिनिट के लिये रख दीजिये.

• 30 मिनिट के बाद आटे को थोड़ा सा मल कर ठीक कर लीजिये.

• गुथे आटे से छोटे नींबू के साइज की लोइयां बना लीजिये.

• इसे दोनों हाथो से से एकदम गोल गोल कीजिये. फिर पेड़े की तरह से दबाईये एवं दोंनो ओर अंगूठे से दबा कर गड्डा बना दीजिये.

• सारे आटे से इसी तरह सारी बालूशाही तैयार कर लीजिये.

• कढ़ाई में घी डालकर गरम दीजिये. जब घी गर्म हो जाये तो तैयार बालूशाही को गरम घी में डालिये,

• धीमी आग पर बालूशाही को दोंनो ओर अच्छा सुनहरा होने तक तल लीजिये, बालूशाही कढ़ाई से निकाल कर थाली या प्लेट में रख लीजिये.

• सारी बालूशाही तल कर निकाल लीजिये.

• 3 कप चीनी में करीब डेढ़ कप पानी मिलाकर एक तार की चाशनी बनने तक उबालिए.

• गैस बन्द कर दीजिये और हल्की गरम चाशनी में बालूशाही डाल दीजिये. बालूशाही को 5 मिनिट तक चाशनी में डूबा रहने दे.

• फिर चाशनी से निकाल कर थाली या प्लेट में रखिये और ठंडा होने दीजिये ठंडा होने के बाद बालूशाही पर लगी चाशनी सूख जाएगी.

Life management basics

जीवन मे हम प्रतिक्षण नवीन अनुभव प्राप्‍त करते हैं और हमें प्रतिक्षण कई लोगो से मिलना होता है, अत: जीवन मे सफलता प्राप्‍त करने के लिए या लोकप्रिय बने रहने के लिए २० गुर नीचे दिऐ जा रहे हैं।

  1. हमेशा मुस्कराते रहिए। प्रसन्‍नता व मुस्कराहट बिखेरने वाले लोगो के सैकडो मित्र होते है। कोई भी व्यक्ति उदास चेहरे के पास बैठ्ना पसंद नही करता।
  2. बातचीत मे अपनी तकलीफों का रोना मत रोइए, क्योकि लोग इस से आप के पास आने से हिचकिचाएगें, वे यही समझेंगे कि उसके पास जाते ही बह अपनी तकलीफों का रामायण पढ्ने लग जाएगा।
  3. दुसरो की तारीफ जी भर कर किजिए पर तारीफ इस तरह होना चाहिए कि समने वाले को ऐसा न लगे कि आप उसे मुर्ख बना रहे है।
  4. बातचीत मे हमेशा सामने वाले को ज्यादा से ज्यादा बोलने का मौका दीजिए और आप यथासम्भव कम बोलिए। ऐसा भी न करे कि आप बिल्कुल चुप रहें।
  5. आप के वस्‍त्र सूरुचिपूर्ण हों तथा आपकी बातचीत मे किसी प्रकार से हलकापन न हो, आप गम्भीरता से अपनी बात को कहने का प्रयत्‍न किजिए।

  1. किसी भी अधिकारी या ऊचें से ऊचें व्यक्ति से मिलते समय मन मे किसी प्रकार की हिचकिचाहट अनुभव न किजिए, अपने बात नम्रता से, पर दृढतापूर्वक उस के सामने रखिए।
  2. बार-बार अपनी गलती स्वीकार मत किजिए और बार बार क्षमा याचना करना भी ठीक नही है।
  3. किसी भी प्रकार से अपने उपर क्रोध को हावी मत होने दिजिए। यदि सामने वाला क्रोध करता भी है तो चुपचाप सहन कर लिजिए। केवल क्रोध को सहन करने के बाद ही वह पछताएगा और आप के प्रति उसका सम्मान जरुरत से ज्यादा बढ जाऐगा।
  4. मित्र को या किसी को भी मिलते समय उसको उस के नाम से पुकारिऐ और उस से ऐसी बातचीत किजिए जो उस को रुचिकर हो।
  5. हमेशा आप ऊची सोसाइटी मे रहिए। द्स कलर्को के साथ घूमने के बजाए यदि आप किसी एक अधिकारी के साथ आधे घंटे के लिए भी घूम लेंगे तो लोगो मे आप का सम्मान और प्रतिष्ठा बढ जाएगा।
  6. हमेशा उची स्तर के लोगो से मित्रता रखिए, जो समाज के विभिन्‍न वर्गो से सम्बंधित हों। यदि आप डाक्‍टर हैं और आप की चालीस डाक्‍टरों से आप की मित्रता है तो उस का कोई विषेश लाभ नही। इस की अपेक्षा वकील, इन्कमटैक्स अधिकारी, कुशल व्यापारी, एस. पी आदि से मित्रता या परिचय आप के लिए ज्यादा अनुकूल रहेगा।
  7. आप यथासंभव कम से कम असत्य बोलिए,क्योकि असत्य ज्यादा समय तक नही चलता।
  8. अपने आपको हमेशा तरो ताज़ा रखिए क्योकि बीमार, सुस्त और यदि आप थके हुए लगेगें तो आप ज्यादा उन्‍नति नही कर पाऐगे और न समाज मे ज्यादा लोकप्रिय हो सकेगें।
  9. कभी भी हलके रिस्तरां या होटल मे मत बैठिए। चाहे एक सप्ताह मे केवल एक बार ही एक कप चाए लें पर ऊची व स्टैण्डर्ड के होटल मे ले, क्योकि वहां आप की टेबल पर जो कोई भी बैठा होगा वह समाज का ऊचें स्तर का होगा और उससे दोस्ती भी आप को समाज मे ऊचाई की ओर ले जाएगी, इस के विपरित हल्के होटल मे आप के दो पैसे ज़रुर कम लगेगें पर आप का स्तर हलका होगा और भूल से भी किसी परिचित ने आप को वहां देख लिया तो उस की नज़र मे आप का सम्मान कम होगा।
  10. सडक पर खडे खडे कुछ मत खाईये, इसी प्रकार असभ्य भाषा का प्रयोग करते हुए साथियो के बीच भी न खाऐं तो ज्यादा उचित होगा।
  11. वस्त्र साफ हों, स्वच्‍छ और आप के प्रकृति के अनुकूल हों लोगों को देख कर या उनके अनुकूल कपडे पहना आपकी व्यक्‍तिव (Personality) के अनुकूल नही होगा।
  12. साल मे एक या दो बार अपने मित्रो या अधिकारियों को उपहार अवश्य दें चाहे वह उपहार कम कीमत की ही क्यो न हो पर उपहार ऐसा होना चाहिए जो स्थाई हो, जो उसके ड्राइग रुम मे रखा हुआ रह सके।
  13. अपनी स्मरण शक्ति प्रखर रखिए, यथासंभव मित्रो व परिचितों के नाम याद रखिए।
  14. इस बात का ध्यान रखिए कि आप की बातचीत से सामने वाले का ईगो संतुष्‍ट होना चाहिए।
  15. सामने वाला जिस प्रकार का या जिस रुची का व्यक्ति हो उसी के अनुरुप बातचीत करें

Recommended Articles

Leave A Comment