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: सभी प्रकार के दर्द से राहत दिलाने वाला तेल

सामग्री
50 ग्राम सरसों का तेल
50 ग्राम सफेद तिल का तेल
15 लौंग
1 टुकडा दालचीनी
2 टेबल स्पून अजवायन
1 टेबल स्पून मेथी दाना
15 लहसुन की कली बारिक कटी हुई
1 छोटा टुकडा अदरक पिसा हुआ
1 टी स्पून हल्दी
2 बडे पीस कपूर
1 टेबल स्पून एलोवेरा जैल

विधि :-
कढाई मे दोनो तेल डाल कर तेज गैस पर गर्म करो फिर गैस को धीमी करके हल्दी और कपूर को छोड कर सारी चीजो को डाल दो , जब तक सारी चीजे जल न जाए और उन का सत तेल मे ना आ जाऐ , करीब 20-25 मिन्ट लगेंगे इन्हें जलने मे जब ये भून जाएगें तब तेल का रंग गहरा हो जाएगा फिर गैस बंद कर दे और उसमे हल्दी ,कपूर मिला दे जब तक कपूर घुल ना जाए तब तक तेल को ठंडा होने दे फिर तेल को छान कर एक शीशी मे भर कर रखो , कैसा भी बुरा दर्द हो इससे मालिश से गायब हो जाएगा
कृप्या कोई भी पेन किलर ना खाऐ तबियत खराब हो जाएगी चिकन गुनिया, गठिया बाय, जॉइंट्स पैन मे ये तेल बहुत असरदार है बनाकर मालिश करके देखे जिन्हे तकलीफ हो
चिकनगुनिया मे पैरो मे और जोइंट पेन ज्यादा होता है यह तेल 100% फायदेमंद है लगाते ही आराम आना शुरू हो जाएगा पहले दिन से दिन मे 3 बार मालिश करें।


[: मुँह के छालो का आसन घरेलू उपाय..

अक्सर पेट खराब होने पर लोग मुंह के छालों से बहुत परेशानी में पड़ जाते हैं।कुछ भी खा नहीं पाते। तो इस प्रयोग को आजमायें। छाले एक दो बार के प्रयोग से खत्म हो जाऐंगे।

सबसे पहले समतल भूमि पर लेट जाऐं। और एक बताशा नाभि के ऊपर रखें। पानी की दो तीन बूँदें बताशा के ऊपर टपकाऐं दो मिनट में बूँदें बताशा में समा जाऐं तो दो तीन बूँदें और टपका दें!
उसके बाद आप महसूस करने लगेंगे कि नाभि के आसपास का क्षेत्र बर्फ जैसा होने लगा है। इसी अवस्था में दस मिनट पड़े रहें। पानी तब तक टपकाते रहें जब तक पूरा बताशा गलकर विलीन न हो जाय! फिर आप खुद देखेंगे कि पूरे पेट का क्षेत्र बर्फ जैसा ठंडा हो चुका है। इसी क्रिया को दूसरे दिन भी दोहरा लें। छाले गायब और पेट हल्का।


[बवासीर का इलाज ( piles) .
आयुर्वेद अपनाए और निरोगी रहें

आज हम आपको बताने जा रहें हैं बवासीर रोग का इलाज । इस के लिए आप ने सबसे पहले लेना है बारीक पीसा हुआ कत्था । फिर लेना है एक काग़ज़ी नींबू । अब आप ने नींबू को काट के उसके दो टुकड़े कर लेने हैं । और उस पे कत्था चूर्ण डालना है । चूर्ण उतना ही डालें जितना नींबू आसानी से सोख ले । अब इस को सारी रात छत पर रख दे । जिस से उस पर कोहरा ( fog) पड़े ।
अगली सुबह खाली पेट इस को अच्छे से चुस ले । एक ही ख़ुराक में असर पता चल जाएगा । साथ में खाने पीने का विशेष ध्यान रखें । क्यो कि बिना परहेज और सावधानी के कुछ भी करना सही नहीं होगा।

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