गर्मी के मौसम में लू, डिहाइड्रेशन से बचना है, तो सत्तू खाएं। यह शरीर को अंदर से ठंडा रखता है और शरीर का तापमान सामान्य बना रहता है। जानें, गर्मी के मौसम में सत्तू खाने के सेहत लाभ सत्तू गर्मी के दिनों में खाया जाने वाला एक सुपर कूल और एनर्जी से भरपूर फूड है। इसे खाने से शरीर को ठंडक मिलती है। यह खुद को गर्मी और लॉकडाउन में स्वस्थ रखने के लिए
सत्तू क्या है और कैसे बनता है?
मुख्य रूप से सत्तू बिहार, झारखंड, उत्तर प्रदेश आदि में मिलता है, लेकिन जितनी तेजी से यह देश भर में लोकप्रिय हुआ है, उसके कारण अब यह अधिकतर जगह मिल जाता है। सत्तू चने से बनता है, जिसे चने का सत्तू कहते हैं। एक सत्तू चना और जौ को मिलाकर बनाया जाता है। दोनों को ही तरीके से बना सकते हैं। सबसे पहले चने और जौ को बालू वाली भुनाई में भूना जाता है। फिर इसे भूसी समेत पीसा जाता है। इसे खाने के भी कई तरीके हैं। आप सत्तू का मीठा या नमकीन शरबत पी सकते हैं। एक गिलास पानी में दो चम्मच सत्तू, नमक या चीनी मिलाकर मिक्स कर लें। इसे पीने से आप गर्मी में लू, डिहाइड्रेशन जैसी समस्याओं से बचे रहेंगे। यह पेट को भी ठंडक प्रदान करता है।
सत्तू में मौजूद पोषक तत्व
सत्तू में कई तरह के पोषक तत्व जैसे फाइबर, आयरन, मैंगनीज, प्रोटीन, मैग्नीशियम और लो सोडियम आदि मौजूद होते हैं। यह शरीर को गर्मी में शीतलता प्रदान करता है। इसका शरबत पीने से शरीर में ऊर्जा का संचार होता है। सत्तू का सेवन डायबिटीज रोगियों के लिए भी हेल्दी माना गया है। यह आंतों को हेल्दी रखने के लिए बेहतर खाद्य पदार्थ है।
कब खाना चाहिए सत्तू
दिन या रात की बजाय सत्तू आप नाश्ते में खाएं। शरीर से विषाक्त पदार्थों को बाहर निकालना है, तो सत्तू एक बेहतरीन डायट मानी गई है। जौ के सत्तू में ठंडक देने वाला गुण होते हैं और इनका सेवन करना गर्मियों में बहुत फायदेमंद होता है।
सत्तू खाने के सेहत लाभ इस प्रकार हैं-
1 सत्तू घटाए वजन
वजन कम करना चाहते हैं, तो सत्तू को डायट में शामिल करें। जो लोग मोटापे (Obesity) का शिकार हैं, उन्हें नाश्ते में सत्तू का सेवन करना चाहिए। इससे आपको जल्दी भूख नहीं लगती और आप अतिरिक्त कैलोरी लेने से बच जाते हैं।
2 पाचनशक्ति करे मजबूत
सत्तू में अघुलनशील फाइबर होता है, जो पेट और आंतों के लिए फायदेमंद है। चिकने और तैलीय भोजन को यह कोलन से आसानी से निकालने में मदद करता है। यह कब्ज भी दूर करता है।
3 डायबिटीज के रोगी खाएं सत्तू
सत्तू लो ग्लाइ फूड है, जो डायबिटीज के मरीजों के लिए फायदेमंद होता है। ठंडे सत्तू का सेवन करने से ब्लड शुगर लेवल (Blood sugar level) कंट्रोल रहता है। यह ब्लड प्रेशर को भी नियमित करता है। काले चने से तैयार सत्तू में उच्च मात्रा में फाइबर होता है, जो हाई कोलेस्ट्रॉल की समस्या को दूर करता है।
4 बच्चों के लिए भी है हेल्दी
सत्तू बढ़ती उम्र के बच्चों के लिए काफी फायदेमंद है। अगर सत्तू के बने आटे के स्वाद को बढ़ाना है, तो इसे गुड़ के साथ खाएं। सत्तू से शरीर को प्रोटीन, विटामिन ए, कार्बोहाइड्रेट्स, मिनरल आदि मिलते हैं, इसलिए रोटी बनाने के लिए गूंदे जाने वाले गेहूं के आटे में थोड़ी मात्रा में सत्तू भी मिला दें। सत्तू में मौजूद पोषक तत्व बच्चों के शरीर में जाकर, उन्हें कई शारीरिक समस्याओं से बचाए रखेगा।
सत्तू खाने के नुकसान
1 सत्तू खाने के फायदे अधिक हैं, तो कुछ नुकसान भी हैं, जिन्हें आपको जरूर जानना चाहिए। जब आप अधिक मात्रा में सत्तू खाते हैं, तो यह गैस का कारण बन सकता है। गैस के मरीजों को कम मात्रा में इसका सेवन करना चाहिए।
2 जिन लोगों को चने से एलर्जी होती है या चना पचाना मुश्किल हो जाता है, उन्हें भी सत्तू खाने से बचना चाहिए।
3 जौ और चने से बना सत्तू बरसात के मौसम में कम ही खाना चाहिए। गर्मियों में होने वाली समस्याओं जैसे लू लगना, डिहाइड्रेशन आदि से बचने के लिए सत्तू रामबाण इलाज है।
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