मित्रों आज कल गुर्दे की बीमारी भी तेजी से फैल रही हैं यह अनियमित दिनचर्या और खान -पान का ही नतीजा है आइये आज जानते हैं किडनी रोग में आयुर्वेदिक व घरेलू उपाय –मित्रों किडनी का क्रिएटिनिन और यूरिया का लेवल अगर बढ़ जाए तो आप कुछ उपचार करे जो बिलकुल निर्दोष हैं और 90% मरीजों को फायदा देते हैं।
चीनी और सफ़ेद नमक बिल्कुल बंद कर दे इसकी जगह शक्कर और सेंधा नमक इस्तेमाल करे।
सुबह खाली पेट लौकी का जूस निकाले 5-5 पत्ते तुलसी और पोदीने के डाल कर और इसको पिए।
100 ग्राम हरड़, 200 ग्राम बहेड़ा, और 300 ग्राम आंवला, इन सब का चूर्ण मिक्स करोगे तो ये त्रिफला चूर्ण बन जाएगा, अब इसमें 100 ग्राम गोखरू, और 300 ग्राम भूमि आंवला चूर्ण मिक्स कर ले। इस चूर्ण को 1-1 (5 gram) चम्मच सुबह शाम गुनगुने पानी के साथ ले।
दिन में एक समय पीपल के 15 पत्ते ले इनको कूट कर 2 गिलास पानी में उबाले, आधा रहने पर इसको छान कर पिए। नाश्ते के आधे घंटे बाद ये करे।
इसके साथ में आप सुबह नाश्ते के पहले ज्वार का काढ़ा बना कर पिए। 10 ग्राम ज्वार को एक गिलास पानी में डाल कर उबाले आधा रहने पर इसको पिए।
और शाम के खाने के बाद पुनर्नवा का काढ़ा बना कर पिए। 5 ग्राम पुनर्नवा एक गिलास पानी में डाल कर उबाले और आधा रहने पर इसको छान कर पी ले।
एक टाइम के भोजन में सहजन की फली नियमित खाए। और भोजन में कड़ी पत्ता ज़रूर डाले। भोजन में दही का इस्तेमाल ज़रूर करे और दही में सेंधा नमक ज़रूर डाले।
भोजन में अलसी के तेल का इस्तेमाल करे।
गोखरू 250 ग्राम 3लीटर पानी मे उबाले0 एक लीटर बचें तो उतार लें और छान लें इसे 80ml शुबह खाली पेट पिलाये ,पीपल काछाल150ग्राम नीम की छाल 150 ग्राम 3 लीटर पानी में उबालें जब एक लीटर पानी बचें तो उतार लें और छान कर 50ml शुबह -शाम दे ।
जिन लोगो का dialyasis चल रहा हैं वह भी ये प्रयोग कर सकते हैं।
इसके साथ में आपको सुबह जल्दी उठ कर कपाल भाति प्राणायाम भी करना होगा।
ये सब करने के बाद आपको रिजल्ट एक से ३ महीने में मिल जाएगा।
अगर आप डायलिसिस पर है तो आप प्राणायाम किसी शिक्षक की देख रेख में करे।