शरीर का सुन्न हो जाना Numbness of body :-
अक्सर हम लोगों के बैठे रहने पर या लगातार खड़े रहने पर हमारे शरीर के अंग जैसे हाथ – पैर आदि सुन्न हो जाते हैं । शरीर के अंगों के सुन्न पड़ जाने का कारण वायु का कुपित होना माना जाता है । खून के दौरे में बाधा आने से भी अंगों में सुन्नता आ जाती है । ऐसा भी देखा गया है कि शरीर के किसी अंग को काफी मात्रा में शुद्ध वायु नहीं मिल पाती हैं तो भी शरीर का वह भाग सुन्न हो जाता है । जब शरीर को कोई अंग सुन्न हो जाता हैं तो उसमें हल्की झनझनाहट होती हैं । धीरे – धीरे वह स्थान सुन्न मालूम पड़ने लगता हैं । सुई चुभाने के बाद भी उस अंग में किसी प्रकार का दर्द या अनुभूति मालूम नहीं पड़ता है ।
विभिन्न औषधियों से उपचार
सोंठ की एक छोटी गांठ और लहसुन की एक गांठ को सिल पर पीसकर लेप सा बना लें । फिर इस लेप को 8 – 10 दिनों तक शरीर के सुन्न पड़ गए अंग पर लगाने से आराम मिलता है
10 मिलीलीटर नारियल के तेल में आधा चम्मच जायफल का तेल मिला लें । इस तेल की मालिश शरीर के सुन्न पड़ गए अंग पर करने से लाभ होता है
सरसों के तेल में 1 चम्मच तुलसी का रस डालकर पैरों पर मालिश करने से पैरों की सुन्नता दूर होती है ।
10 बूंद लहसुन का रस , आधा चम्मच सोंठ और आधा चम्मच तुलसी का रस एक साथ मिलाकर रोजाना सुबह – शाम लेने से सुन्न पड़ गए अंग ठीक हो जाते
शरीफे तथा पपीते के बीजों को पीसकर तिल के तेल में मिलाकर सुन्न पड़ गए अंग पर मालिश करने या लगाने से लाभ मिलता है
5 ग्राम चोपचीनी , 5 ग्राम पीपलमूल और 4 ग्राम मक्खन को एकसाथ मिलाकर दूध के साथ सेवन करने से अंगों की सुन्नता मिट जाती है
बेल की जड़ , त्रिकुटा तथा चित्रक को बराबर मात्रा में लेकर 500 मिलीलीटर दूध के साथ मिलाकर सेवन करने से शरीर का सुन्न होना दूर होता है ।
नीम की छाल , निशोथ , कालीमिर्च तथा पुनर्नवा को मिलाकर काढ़ा बनाकर पीने से अंगों के सुन्न होने की बीमारी ठीक हो जाती है
सहजन की छाल , करंज , दारूहल्दी तथा अमलतास की जड़ को बराबर की मात्रा में लेकर गाय के पेशाब में पीसकर लेप करने से शरीर का सुन्न होना दूर हो जाता है
दशमूल के काढ़े में पुष्कर की जड़ को मिलाकर पीने से शरीर का सुन्न होना दूर हो जाता है
अगर सोंठ और अगर को बराबर मात्रा में लेकर उसका काढ़ा बनाकर पीने से शरीर का सुन्न होना दूर हो जाता है ।
10 से 15 बूंद मालकांगनी के तेल का सेवन करने से शरीर की सुन्नता दूर हो जाती है
अमलतास के पत्तों को सुन्न पड़ गए अंगों पर बांधने से शरीर का सुन्न होना दूर हो जाता है
कसूम्बा के तेल की मालिश करने से शरीर का सुन्न होना दूर हो जाता है ।
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निरोगी रहने हेतु महामन्त्र
मन्त्र 1 :-
• भोजन व पानी के सेवन प्राकृतिक नियमानुसार करें
• रिफाइन्ड नमक,रिफाइन्ड तेल,रिफाइन्ड शक्कर (चीनी) व रिफाइन्ड आटा ( मैदा ) का सेवन न करें
• विकारों को पनपने न दें (काम,क्रोध, लोभ,मोह,इर्ष्या,)
• वेगो को न रोकें ( मल,मुत्र,प्यास,जंभाई, हंसी,अश्रु,वीर्य,अपानवायु, भूख,छींक,डकार,वमन,नींद,)
• एल्मुनियम बर्तन का उपयोग न करें ( मिट्टी के सर्वोत्तम)
• मोटे अनाज व छिलके वाली दालों का अत्यद्धिक सेवन करें
• भगवान में श्रद्धा व विश्वास रखें
मन्त्र 2 :-
• पथ्य भोजन ही करें ( जंक फूड न खाएं)
• भोजन को पचने दें ( भोजन करते समय पानी न पीयें एक या दो घुट भोजन के बाद जरूर पिये व डेढ़ घण्टे बाद पानी जरूर पिये)
• सुबह उठेते ही 2 से 3 गिलास गुनगुने पानी का सेवन कर शौच क्रिया को जाये
• ठंडा पानी बर्फ के पानी का सेवन न करें
• पानी हमेशा बैठ कर घुट घुट कर पिये
• बार बार भोजन न करें आर्थत एक भोजन पूर्णतः पचने के बाद ही दूसरा भोजन करें