वायरल फीवर के आयुर्वेदिक उपचार
- एक चम्मच काली मिर्च का चूर्ण, एक छोटी चम्मच हल्दी का चूर्ण और एक चम्मच सौंठ यानी अदरक के पाउडर को एक कप पानी और हल्की सी मिश्री डालकर गर्म कर लें. जब यह पानी उबलने के बाद आधा रह जाए तो इसे ठंडा करके पिएं. इससे वायरल फीवर से आराम मिलता है.
- एक चम्मच लौंग के चूर्ण और दस से पंद्रह तुलसी के ताजे पत्तों को एक लीटर पानी में डालकर इतना उबालें जब तक यह सूखकर आधा न रह जाए. इसके बाद इसे छानें और ठंडा करके हर एक घंटे में पिएं. आपको वायरल से जल्द ही आराम मिलेगा.
- तुलसी के ताजे पत्ते 6, काली मिर्च और मिश्री 10 ग्राम ये तीनों पानी के साथ पीस कर घोल बना के बीमार व्यक्ति को पिला दें। कितना भी पुराना बुखार हो, कुछ दिन यह प्रयोग करने से सदा के लिये मिट जायेगा।
- बुखार में दूध पीना, सांप के ज़हर के बराबर है । बुखार में दूध, घी और भारी खुराक ना खाएं ।
- बुखार में चाय, शराब, मांसाहारी भोजन न करे
- ठंडा पानी, आइस क्रीम, कोल्ड ड्रिंक्स आदि का परहेज करे
- बुखार आने पर ज्यादा से ज्यादा आराम करे
- मार्किट का काम, घर से बहार न जाये
- बुखार में स्नान न करे
- समय पर बताई गई चीजे खाये
- नारियल पानी, ग्लूकोस का पानी, संतरे का रस ज्यादा पिए