: एसिडिटी के लिए उपचार
🔳 संतरे के रस में भुना हुआ जीरा एंड सेंधा नमक मिलाकर पीने से अम्लपित्त शीघ्र नष्ट होता है
🔳 सूखे आंवला को रात्रि में पानी में भिगोकर रख दें पर आते उसमें जीरा और 3 ग्राम सोंठ मिलाकर बारीक पीसकर दूध में घोलकर पीने से अति शीघ्र लाभ होता है
🔳 रात्रि को थोड़ा सा चूना पानी में भिगोकर रख दें सुबह उस पानी को छानकर पीने से अम्लपित्त ठीक होता है
[थायराइड के लिए आयुर्वेदिक उपचार
अदरक में मौजूद गुण जैसे पोटेशियम मैग्नीशियम आदि थायराइड की समस्या से निजात दिलाते हैं अदरक में anti-inflammatory गुण थायराइड को बढ़ने से रोकता है
दूध और दही में मौजूद कैल्शियम मिनरल्स और विटामिंस थायराइड से ग्रसित रोगियों को स्वस्थ है बनाने रखने का काम करते हैं
थायराइड के मरीज जल्दी ही थक जाते हैं ऐसे में मुलेठी का सेवन करना बेहद फायदेमंद होता है मुलेठी में
भोजन तत्व थायराइड ग्रंथि को संतुलित बनाते हैं और थकान को ऊर्जा में बदल देते हैं
गेहूं और ज्वार आयुर्वेद में थायराइड की समस्या को दूर करने का बेहतर और सरल प्राकृतिक उपाय हैं थायराइड ग्रंथि को बढ़ने से रोकने के लिए आप गेहूं और ज्वार का सेवन करें
जो,pasta, ब्रेड आदि साबुत अनाज का सेवन करने से थायराइड की समस्या नहीं होती है क्योंकि साबुत अनाज में फाइबर प्रोटीन और विटामिन आदि भरपूर मात्रा में होता है जो थायराइड को बढ़ने से रोकता है
थायराइड की बीमारी से छुटकारा पाने के लिए रोजाना सुबह खाली पेट लौकी का जूस पी है रोजाना इसे पीने से थायराइड की बीमारी ठीक हो जाती है
पैर के मरीज को अपने भोजन में विटामिन ए की मात्रा बढ़ानी चाहिए विटामिन ए थायराइड को कम करता है गाजर और हरी पत्तेदार सब्जियों में विटामिन ए अधिक मात्रा में पाया जाता है