पीठ का दर्द स्लिप डिस्क आजकल आम बात हो गई कारण कि झुकने का काम चलने का काम बहुत कम रह गया यहाँ तक कि पोचे तक बिना झुके लगाने वाले सिस्टम आ गये ज़ब कोई चीज चलेगी नहीं तो उसका लचीला पन खत्म हो जाता है ओर सख्त होने से मोड़ने में दिक्कत आती है यहाँ तक कि फ़सल काटने वाली भी मशीनें आ गई वरना पहले किसान दरन्ति से फ़सल काटते थे तो बार बार झुकना पड़ता था इसलिये अब ये बीमारी उनके भी मिल जाती है मगर मजदूर के नहीं मिलेगी इतनी क्योंकि वो बार बार झुक कर तिगारी उठाते है आजकल लकड़ी के बोर्ड के बैड प्रचलन में है उन पर भी फोम के गद्दे लगे होते हैँ पहले मूँज की चारपाई हुआ करती थी जो एक्यूप्रेसर का काम करती थी ओर चार पाई मूँज दोनों केतु ग्रह को रिप्रजेंट करती है ओर केतु पीठ कमर दर्द इनका कारक भी है इसलिये केतु का हिस्सा केतु पर रहने से तकलीफ नहीं होती थी अब ये मशीन से कांटे चुभो कर ठीक किया जाता है एक्यूप्रेसर से क्योंकि चुभने वाली चीज कांटे हो या कील, सुई केतु की होती है अब शुक्र को अच्छा करने के लिये मिट्टी गद्दे पर बिछा कर सोये ये उपाय निकाल दिया जबकि पहले कपास रुई के गद्दे होते थे जो शुक्र की होती है केतु को दबाने के लिये बड़ो को झुक कर पैर छू कर आशीर्वाद लें ये उपाय दे दिया ताकि कम से कम दो तीन बार झुके ओर कमर लचीली रहे गाडी भी ख़डी रहे तो पांच दस मिनट स्टार्ट करके बंद करते हैँ ताकि बैटरी चार्ज रहे क्योंकि झुकने से यहाँ चंद्र को अच्छा होना बताया है रबड़ हो या लकड़ी या चमड़े की चीज ज़ब वो सख्त हो जाती है तो उसे पानी में भिगो कर नर्म किया जाता है इसी तरह रीढ़ की हड्डी में चंद्र का पॉइंट है जो झुकने से एक्टिव हो जाता है किसी भी चीज को नर्म रखने की ताकत चंद्र से ही मिलती है इसलिये कमर दर्द वाले मूँज की चारपाई इस्तेमाल करके देखें लाभ ज़रूर मिलेगा