💐१अनोखी बात 👌🏻
🌹शुभ चिंतन ॥ ॐ शांति ॥
माफ़ करो,दिल साफ करो। 💖
हम सभी से जाने-अनजाने में ना जाने कितनी गलतियाँ होती है किन्तु गलती का एहसास होना अर्थात अपने गलत कर्म का भान होना और गलती के लिए माफ़ी मांग लेना,उस गलती के बोझ को समाप्त कर देता है।
गलती होना वास्तव में गलती तो है पर इतनी बड़ी नही,परन्तु अपनी गलती को महसूस ना करना यह उस से भी भारी गलती है। महसूस नही किया तो स्वयं के बदलने के द्वार बंद हो जाते हैं और वही गलती बार-बार दोहराई जाती है
सच्चे दिल से माफ़ी मांगने का अर्थ है कि हम उस गलती को इतनी गहराई से महसूस करें कि दोबारा कभी भी किसी के भी साथ वो गलती ना दोहराएँ। अगर एक व्यक्ति बदला ले कर दूसरे को नीचा दिखाना चाहता है तो इस प्रयास में वह खुद भी नीचे उतर जाता है।
दूसरी ओर क्षमा करके व्यक्ति स्वयं भी ऊँचा उठता है और सामने वाले को भी ऊँचा उठने की प्रेरणा देता है।यदि चित में ईर्ष्या,घृणा,द्वेष की अग्नि धधक रही है तो वह चित को भारी कर देती है।
REMEMBER
ऐसा बोझिल मन भगवान के किस काम का जो पहले से ही भरा है,भगवान उसमे और क्या भरेंगे??? इसलिए प्रतिदिन अपनी गलती के लिए क्षमा मांग कर और दूसरो की गलती के लिए क्षमा दे कर मन को खाली अवश्य कर लीजिये तभी शान्ति के सागर परमात्मा की शान्ति की किरणे अन्दर प्रवेश करेंगी।
🙏🏽On Godly Service 🙏🏽