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🌼बंद धमनियों को साफ करने के लिए आजमाएं ये आसान नुस्खा

🌷आजकल गलत खानपान और खराब लाइफस्टाइल की वजह से तमाम तरह की बीमारियां लोगों को घेर रही हैं। धमनियों का बंद होना भी ऐसी ही एक बीमारी है जो कई बार जानलेवा साबित होती है। मोटापा और बढ़ा हुआ कोलेस्ट्रॉल इस बीमारी की मुख्य वजह हैं। आमतौर पर ये बीमारी बड़ी उम्र में होती है मगर आजकल छोटे बच्चे भी इसके शिकार हो रहे हैं। मोटापा कई बीमारियों की जड़ है इसलिए इसे कंट्रोल करना बहुत जरूरी है। धमनियों के बंद होने या संकरा होने से दिल की बीमारियों का खतरा बहुत ज्यादा बढ़ जाता है।स्नेहा आयुर्वेद ग्रुप

🍃क्यों महत्वपूर्ण हैं धमनियां

धमनियों का मुख्‍य कार्य हमारे शरीर में सिर से पैरों तक रक्‍त प्रवाह करना है। दूसरे शब्‍दों में धमनियों को खुला होना हमारे शरीर के संपूर्ण कामकाज के लिए महत्‍वपूर्ण होता है। लेकिन उम्र बढ़ने के साथ, शरीर के विभिन्न हिस्सों की रक्त वाहिकाओं में, जिनमें कोरोनरी आर्टरीज भी शामिल हैं, कोलेस्ट्रॉल जम जाता है, जिससे रक्त के बहाव में धीरे-धीरे बाधा उत्पन्न होने लगती है। धमनियों का बाधित होना खतरनाक बीमारियों जैसे हार्ट डिजीज और स्‍ट्रोक आदि के मुख्‍य कारणों में से एक है। इसलिए धमनियों का खुला रखना बहुत जरूरी होता है।

🍂क्यों होती हैं धमनियां ब्लॉक

धमनियों में भरे जमाव को प्‍लॉक के रूप में जाना जाता है। प्‍लॉक के निर्माण से एथेरोस्क्लेरोसिस हो सकता है, यह एक ऐसी अवस्‍था है जिसमें धमनियां सकुंचित हो जाती है, जिससे रक्‍त प्रवाह बनाये रखना मुश्किल हो जाता है। बहुत सारे कारक जैसे हाई ब्‍लड प्रेशर, खराब कोलेस्‍ट्रॉल का उच्‍च स्‍तर, डायबिटीज, और अस्‍वस्‍थ जीवनशैली धमनियों पर प्‍लॉक के निर्माण का कारण है। समस्‍या का जल्‍द पता लगाना किसी भी बीमारी खासतौर पर बंद धमनियों को रोकने में महत्‍वपूर्ण भूमिका निभाता है।स्नेहा समूह

🌺आजमाएं ये  नुस्खा

बंद धमनियों को फिर से खोलने और धमनियों के बीच से खतरनाक प्लॉक को बाहर निकालने के लिए इस आसान जर्मन नुस्खे को अपना सकते हैं। इस जर्मन नुस्खे को आप आसानी से घर पर ही बना सकते हैं।

🍁जरूरी सामग्री

2 🍃चम्मच कटे हुए अदरक
4 🍃मीडियम साइज के नींबू
2 🍃लीटर पानी
4 🍃गट्ठे लहसुन

🌺बनाने की विधि

इसे बनाने के लिए सबसे पहले नींबू को अच्छी तरह धुलकर उन्हें छिलके सहित छोटे-छोटे टुकड़ों में काट लें। अब चारों लहसुन को छीलकर उन्हें कुचल लें। इसे थोड़े देर के लिए रख दें। अब कटे हुए अदरक, कटे हुए नींबू और लहसुन को ग्राइंडर में डालकर अच्छी तरह पीस लें। अब इस मिक्चर को रख दें और गैस पर पानी उबालने के लिए रख दें। जब पानी उबलना शुरू हो जाए तो उसमें ये मिश्रण डाल दें। 10 मिनट तक बीच-बीच में चलाते हुए इसे पकाएं। पकने के बाद इसे ठंडा होने के लिए रख दें। ठंडा होने के बाद इस मिश्रण को अच्छे से छान लें और एयर टाइट कंटेनर में भर लें। आपका सिरप तैयार है।

🌹कैसे करेंगे इस्तेमाल

इस सिरप को रोजाना खाली पेट सुबह और फिर खाना खाने से दो घंटे पहले पियें। दिन में तीन बार के सेवन से तीन हफ्तों में ही आपकी बंद धमनियां पूरी तरह खुल जाएंगी। इस सिरप का स्वाद थोड़ा कसैला हो सकता है इसलिए मुंह का स्वाद बदलने के लिए इसे पीने के बाद आप थोड़ा सा शहद खा सकते हैं।
🌺एडी के दर्द का रामबाण इलाज –
एडी का दर्द अति कष्टकारी होता है, अक्सर ये दर्द महिलाओ को अधिक होता है. सारा दिन खड़ा रहना या ऊंची एड़ी की सैंडल पहनना या हड्डी का बढ़ना इसके मुख्य कारण हैं. ऐसे में ये रामबाण उपचार सौ फीसदी असरकारक हो सकता है. आइये जाने.
🌺आवश्यक सामग्री.
🌼नौशादर – एक चौथाई छोटा चम्मच. (ये आपको किसी भी पंसारी से मिल जाएगी)
🥀ग्वार पाठा (एलो वेरा ) – आधा चम्मच.
🌹हल्दी – आधा चम्मच.
🌻बनाने और लगाने की विधि
नौशादर एक पीस (एक चौथाई छोटा चम्मच) , गवार पाठा – आधा चम्मच, और आधा चम्मच हल्दी। एक बर्तन में गवार पाठा धीमी आंच पर गरम करे, उस में नौशादर और हल्दी डाले, जब गवार पाठा पानी छोड़ने लगे तब उसे एक कॉटन के टुकड़े पर रख ले और थोड़ा ठंडा करे। जितना गरम सह सके, उसे एक कपडे पर रख कर एड़ी पर पट्टी की तरह बांध लीजिये, ये प्रयोग सोते समय करे क्योंकि इसे बाँध कर चलना नहीं है। ये प्रयोग कम से कम ३० दिन तक पुरे धैर्य से करे। ये प्रयोग बिलकुल सरल और सर्वश्रेष्ठ है, एड़ी के दर्द वाले व्यक्ति को इसे ज़रूर आज़माना चाहिए. जल्दी आराम के लिए आप साथ में एलो वेरा की सब्जी या घर पर बना हुआ जूस भी पी सकते हैं.स्नेहा आयुर्वेद ग्रुप
🍃विशेष.
ये प्रयोग सिर्फ एड़ी ही नहीं, बल्कि शारीर की किसी भी हड्डी के दर्द को सही करने की पूरी क्षमता रखता है.

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