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🌹लो ब्लड प्रेशर के कारण🌹

🌹1) इस रोग के मुख्य कारणों में दुर्बलता, अधिक उपवास, पौष्टिक भोज्य पदार्थों तथा जल की कमी है |

🌹2) शारीरिक व मानसिक परिश्रम की अधिकता, यक्ष्मा, मानसिक आघात, शरीर से अधिक रक्त बह जाना आदि हैं।

🌹3) लो ब्लड प्रेशर विटामिन बी तथा सी की कमी के कारण भी हो जाता है।

🌹4) गुर्दे तथा आंते पूरी तरह सक्षम न रहने से भी यह रोग सिर उठाने लगता है।

🌹5) यह जीवन से रूखापन तथा परिवारिक संबंधों में आत्मीयता की कमी हो जाने से भी हो जाता है।

🌹6) जो जीवन में निराश रहने लगे, अपने लक्ष्य में बार-बार असफल होता रहे, उसे भी निम्न रक्तचाप की तकलीफ हो सकती है।

🌹लो ब्लड प्रेशर(लो बीपी) के लक्षण :

🌹1) इस रोग में रोगी की नब्ज धीमी और छोटी हो जाती है।

🌹2) रोगी थोड़ा सा परिश्रम करने से ही थक जाता है और उसे गश (चक्कर) आ जाता है।

🌹3) रोगी का श्वास फूलने लगता है|

🌹4) रक्त भार मापक यन्त्र द्वारा देखने पर रक्त चाप 110 से 30 तक हो जाता है। उचित चिकित्सा से जीवन आराम से कट जाता है,

🌹5) रोग पुराना होने पर सदैव सिरदर्द बना रहता है तथा सिर चकराता रहता है।

🌹6) काम में मन नहीं लगता। सब-कुछ छोड़ देने को मन करता है।

🌹7) थोड़ी सी मेहनत से भी चिड़चिड़ा पन होना

🌹8) याददाश्त की कमी |

🌹9) इस रोग के रोगी का आलस्य, अनुत्साह, शरीर का दुर्बल होना प्रमुख लक्षण होते हैं।

🌹10) मानसिक अवसाद|

🌹लो बीपी के घरेलू उपाय /उपचार :

🌹रोग का मूल कारण दूर करें तथा कब्ज न होने दें। हृदय, जिगर, तिल्ली तथा आँतों को स्वस्थ रखें, मनोविकारों से बचें।

🌹1) 5-7 बादाम व 3-4 काली मिर्ची को पीसकर एक चम्मच देसी घी में भूनें। जब भून कर लाल हो जाए तो ऊपर से 7-8 किशमिश भी घी में छोड़ दें। ऊपर से लगभग 400 ग्राम दूध बरतन में डाल दें। दस-पन्द्रह मिनट उबलने के बाद उतार लें। गुनगुना रह जाए तो पहले काली मिर्च, बादाम व किशमिश खूब चबाकर खाएं, ऊपर से दूध पी लें। यह प्रयोग सुबह-शाम करें। पहले दिन से ही रक्तचाप सामान्य होना शुरू हो जाएगा।

🌹2) ताजा चुकंदर का रस भी बड़ा लाभकारी रहता है। एक छोटा गिलास चुकंदर का ताजा रस प्रात: और इतना ही सायं के समय पिएं। 10 दिनों तक पीने से आप इस रोग से बच जाएंगे।

🌹3) संतरे का रस नमक डालकर पीने से लाभ करता है।

🌹4) आधा कप पानी में आंवले का रस तथा नमक डालकर पीने से निम्न रक्तचाप ठीक हो जाता हैं ।

🌹5) निम्न रक्तचाप को पौष्टिक आहार लेना चाहिए। दूध, दही, मट्ठा,मक्खन, घी आदि जितना आसानी से पचा सके, सेवन करें।

🌹6) निम्न रक्तचाप में नमक की मात्रा सामान्य से बढ़ा दें। फायदा होगा।

🌹7) निम्न रक्तचाप में नीबू-पानी भी लाभ देता है। दिन में तीन बार एक-एक गिलास नमक मिला नीबू-पानी पीना चाहिए। रोग काबू में रहेगा।

🌹8) मट्ठा बड़ा उपयोगी रहता है। एक भरा हुआ गिलास प्रात: और एक दोपहर बाद पीना शुरू करें। दो सप्ताह से ही इस रोग के लक्षण खत्म होने लग जाएंगे।

🌹9) आंवलों का रस और शहद दो-दो चम्मच मिलाकर सुबह शाम चाटें।

🌹10) 15-20 तुलसी की पत्तियों का रस व एक चम्मच शहद, एक कटोरी दही में मिलाकर लें।

🌹11) टमाटर, अंगूर, पालक, गाजर, संतरा, चुकंदर का प्रयोग करें।

🌹लो ब्लड प्रेशर में क्या खाएं :

🌹1) हृदय की अधिक कमजोरी के लिए पौष्टिक तथा लघुपाकी आहार दें।

🌹2) कोमल शैय्या इस्तेमाल करायें तथा रोगी को पूर्ण विश्राम हेतु निर्देशित करें।

🌹3) रोग ठीक होने के बाद शीघ्र स्वास्थ्य लाभ हेतु हल्के व्यायाम, सुबह की सैर तथा महा नारायण तैल की सम्पूर्ण शरीर पर मालिश कराना अतीव गुणकारी है।

🌹लो ब्लड प्रेशर होने पर क्या नहीं खाये :

🌹1) अधिक तला हुआ, मसालेदार भोजन ना करे।

🌹2) ज्यादा समय तक धूप में रहना आपके लिए हानिकारक हो सकता ही इससे बचें।

🌹3) चाय या कॉफी का सेवन नहीं करना चाहिए।

🌹4) एक बार में भरपेट भोजन ना करे, थोड़े-थोड़े अंतराल में भोजन करे।

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