- गजलक्ष्मी योग यदि भाग्य रेखा दोनों हाथों में मणिबंध से प्रारंभ होकर सीधी शनि पर्वत पर जा रही हो, तथा सूर्य पर्वत विकसित हो सूर्य रेखा पतली लम्बी, तथा लालिमा लिए हुए हो और साथ ही मस्तिक रेखा ,स्वास्थ्य रेखा, तथा आयु रेखा ,पुष्ट हो तो हाथ में गजलक्ष्मी योग बनता है
- #अमला_योग
यदि हाथ में चंद्र पर्वत विकसित हो सूर्य पर्वत एवं शुक्र पर्वत पूर्ण पर उभरे हुए हो तथा चंद्र रेखा बुध पर्वत की ओर जाती हो तो ऐसी स्थिति होने पर उस हाथ में अमला योग बनता है यदि व्यक्ति के हाथ में अमला योग बनता हो तो वह बुद्धिमान चतुर तथा प्रसिद्धि प्राप्त करने वाला व्यक्ति माना जाता है आर्थिक एवं भौतिक दृष्टि से ऐसा व्यक्ति पूर्ण सफल होता है तथा अपने जीवन में व्यापारिक कार्यों में कई बार विदेश यात्राएं करता है यदि हाथ में शुक्र पर्वत बिना बाधक रेखाओं के पूर्णतया विकसित हो तो निश्चय ही ऐसा व्यक्ति भौतिक सुख प्राप्त करता है तथा उसके जीवन में पत्नी के अलावा भी अन्य स्त्रियों से संबंध रहते हैं जीवन में उसे बदनामी का सामना नहीं करना पड़ता
- #शुभ_योग दाहिने हाथ में शनि पर्वत विकसित हो तथा उस पर स्पष्ट भाग्य रेखा आकर बनी हो तो उस हाथ में शुभ योग होता है शुभ योग होता हैं
शुभ योग वाला व्यक्ति प्रसिद्ध वक्ता तथा जनता को सम्मोहित करने की क्षमता रखने वाला होता है जिस व्यक्ति के हाथ में इस प्रकार का योग होता है वह जो कुछ भी चाहता है जनता से प्राप्त कर लेता है उसकी वाणी में मंत्रमुग्ध करने की शक्ति होती है तथा जनता की भावनाओं को अपने पक्ष में करने की उसे पूर्ण कला आती है ऐसे व्यक्ति का व्यक्तित्व अपने आप में आकर्षण भव्य होता है घर से बाहर विदेशों में इसे अभूतपूर्व सफलता मिलती है।