Phone

9140565719

Email

mindfulyogawithmeenu@gmail.com

Opening Hours

Mon - Fri: 7AM - 7PM

🌹🕉 नमो भगवते वासुदेवाय🌹

     🌷ईश्वर की साधना🌷
     ------------------------------
  💐ईश्वर उपासना सद्बुद्धि की प्राप्ति का सर्वोत्तम साधन है। ईश्वर ज्ञान-स्वरूप है, उसके ज्ञान की कोई सीमा नहीं। हमारे पास जो कुछ ज्ञान है, उसका मूल स्रोत वह सर्वव्यापक ईश्वर ही है। जब हम श्रद्धा से मन को एकाग्र कर ईश्वर की उपासना नित्य सात्विक भाव से करेंगे, तो ज्ञान का प्रकाश बढ़ेगा। ईश्वर के ध्यान से हमारी बुद्धि पवित्र होगी और विवेक जाग्रत होगा। विवेक होने पर हम कभी कोई गलत काम नहीं करेंगे। विवेक के कारण ही हम जान पाते हैं कि सत्य क्या है? असत्य क्या है? धर्म और अधर्म क्या है? हमारा विवेक ही हमारे अधर्म और असत्य की प्रवृत्ति पर अंकुश का काम करता है। 
    सन्दर्भतः सन्तों की वाणी को हृदयंगम एवं उसका अनुपालन निश्चित रूप से हमें सात्विक बनाने का साधन सिद्ध हो सकता है । विश्व प्रसिद्ध महान संत स्वामी विवेकानंद तथा अन्य वैदिक महात्माओं ने गायत्री मंत्र को पवित्र मेधा प्राप्त करने का एक महत्वपूर्ण साधन बताया है। गायत्री मंत्र एक वैदिक छंद है, जिसमें ईश्वर आराधना की तीनों अवस्थाएं अर्थात् स्तुति, प्रार्थना और उपासना सम्मिलित हैं। गायत्री मंत्र का नियमित जप, ध्यान और मनन करने से विपत्तिकाल में धैर्य और विवेक के साथ आत्मबल का भी संचार होता है और इससे आधुनिक जीवन की चुनौतियों पर विजय प्राप्त करने के लिए मेधा शक्ति जाग्रत होती है। 
प्रसंगवश यह उल्लेख करना आवश्यक प्रतीत हो रहा है-      
  चाणक्य का कहना है कि जिसके पास बुद्धि है, उसके पास बल है। बुद्धिहीन के पास बल कहां? बुद्धि ही किसी मनुष्य को अध्यात्म के मार्ग पर अग्रसर करती है। चाणक्य ने ईश्वर से प्रार्थना की थी, 'हे ईश्वर! अगर मेरे कुकर्मों के कारण आप मुझे दंडित करना चाहते हैं, तो मेरी सारी संपत्ति, भवन, महल, परिवार, विषय-सुख सब ले लें। हे ईश्वर! मात्र मेरी एक वस्तु मत लीजिए, वह है मेरी "बुद्धि"।'मानव की विशेषता उसकी बुद्धि से है। अतः यह जितनी सात्विक होगी, व्यक्ति का जीवन उतना ही पवित्र होगा।💐

    🌷सर्वेषां प्रति कामये बहूनि मंगलानि🌷


👏🏵👏🏵👏🏵👏🏵👏🏵🙏🏽

जिन्दगी में सबसे बड़ा धनवान वो
इंसान होता हैं जो दूसरों को अपनी
मुस्कुराहट देकर उनका दिल जीत लेता है
गलत सोच और गलत अंदाजा
इंसान को हर रिश्ते से गुमराह कर देता है
नाराज़गी भी एक खूबसूरत रिश्ता है
जिससे होती है वह व्यक्ति
दिल और दिमाग दोनों में रहता है
इंसानी रिश्तों में आपस में जितनी
सहनशीलता क्षमाशीलता और
समझदारी होगी आपसी
रिश्तोंकी उम्र उतनी ही लंबी होगी
मनुष्य के पास सबसे बड़ी पूंजी
अच्छे विचार हैं क्योंकि धन और बल
किसी को भी गलत राह पर
ले जा सकते हैं किन्तु अच्छे विचार सदैव
अच्छे कार्यो के लिए ही प्रेरित करेंगे
विचार और व्यवहार हमारे बगीचेके वो फ़ूल हैं
जो हमारे पूरे व्यक्तित्व को महका देतें हैं
बहस और बातचीत में एक बड़ा फर्क
बहस सिर्फ़ यह सिद्ध करती है
कि कौन सही है जबकि बातचीत यह
तय करती है कि क्या सही है

            

👏🏵👏🏵👏🏵👏🏵👏🏵😊
🍃🌹🍃🌹🍃🌹🍃🌹🍃🌹🍃

राधे राधे ॥ भगवद चिन्तन ॥

मनुष्य जीवन जीने के दो रास्ते हैं चिन्ता और चिन्तन। यहाँ पर कुछ लोग चिन्ता में जीते हैं और कुछ चिन्तन में। चिन्ता में हजारों लोग जीते हैं और चिन्तन में दो-चार लोग ही जी पाते हैं। चिन्ता स्वयं में एक मुसीबत है और चिन्तन उसका समाधान। आसान से भी आसान कार्य को चिन्ता मुश्किल बना देती है और मुश्किल से मुश्किल कार्य को चिन्तन बड़ा आसान बना देता है।

जीवन में हमें इसलिए पराजय नहीं मिलती कि कार्य बहुत बड़ा था अपितु हम इसलिए परास्त हो जाते हैं कि हमारे प्रयास बहुत छोटे थे। हमारी सोच जितनी छोटी होगी हमारी चिन्ता उतनी ही बड़ी और हमारी सोच जितनी बड़ी होगी, हमारे कार्य करने का स्तर भी उतना ही श्रेष्ठ होगा।

जीवन में कठिनाईयाँ आती अवश्य हैं मगर चिन्ता तो किसी समस्या का हल नहीं हो सकती। चिन्ता हमारी सोचने की क्षमता को अवरुद्ध कर देती है और यही अवरोध तो हमारे दुखों का मूल कारण है। चिन्ताग्रस्त व्यक्ति एक बार नहीं अनेक बार मरता है। वह एक बार नहीं आजीवन जलता रहता है।

किसी भी समस्या के आ जाने पर उसके समाधान के लिए विवेकपूर्ण निर्णय ही चिन्तन है। चिन्तनशील व्यक्ति के लिए कोई न कोई मार्ग अवश्य मिल भी जाता है। उसके पास विवेक है और वह समस्या के आगे से हटता नहीं अपितु डटता है। और समस्या के आगे डटना, समस्या का डटकर मुकाबला करना आधी सफलता प्राप्त कर लेना है।

अगर आप आध्यात्मवादी हैं तो फिर चिन्तन करिए उस पावन प्रभु का जो बिन चाहे ही हम आप सब की चिन्ताओं का हरण कर लेते हैं। सच कहूँ तो प्रभु नाम में विश्वास से बढ़कर कोई श्रेष्ठ चिन्तन नहीं और चिन्ता का निवारण भी नहीं है।

 

🍃🌹🍃🌹🍃🌹🍃🌹🍃🌹🍃
EXCELLENT MESSAGE
|||||||| “ये ही सत्य हैं” |||||

Qus→ जीवन का उद्देश्य क्या है ?
Ans→ जीवन का उद्देश्य उसी चेतना को जानना है – जो जन्म और मरण के बन्धन से मुक्त है। उसे जानना ही मोक्ष है..!!
Qus→ जन्म और मरण के बन्धन से मुक्त कौन है ?
Ans→ जिसने स्वयं को, उस आत्मा को जान लिया – वह जन्म और मरण के बन्धन से मुक्त है..!!
Qus→ संसार में दुःख क्यों है ?
Ans→ लालच, स्वार्थ और भय ही संसार के दुःख का मुख्य कारण हैं..!!
Qus→ ईश्वर ने दुःख की रचना क्यों की ?
Ans→ ईश्वर ने संसार की रचना की और मनुष्य ने अपने विचार और कर्मों से दुःख और सुख की रचना की..!!
Qus→ क्या ईश्वर है ? कौन है वे ? क्या रुप है उनका ? क्या वह स्त्री है या पुरुष ?
Ans→ कारण के बिना कार्य नहीं। यह संसार उस कारण के अस्तित्व का प्रमाण है। तुम हो, इसलिए वे भी है – उस महान कारण को ही आध्यात्म में ‘ईश्वर’ कहा गया है। वह न स्त्री है और ना ही पुरुष..!!
Qus→ भाग्य क्या है ?
Ans→ हर क्रिया, हर कार्य का एक परिणाम है। परिणाम अच्छा भी हो सकता है, बुरा भी हो सकता है। यह परिणाम ही भाग्य है तथा आज का प्रयत्न ही कल का भाग्य है..!!
Qus→ इस जगत में सबसे बड़ा आश्चर्य क्या है ?
Ans→ रोज़ हजारों-लाखों लोग मरते हैं और उसे सभी देखते भी हैं, फिर भी सभी को अनंत-काल तक जीते रहने की इच्छा होती है..इससे बड़ा आश्चर्य ओर क्या हो सकता है..!!
Qus→ किस चीज को गंवाकर मनुष्य धनी बनता है ?
Ans→ लोभ..!!
Qus→ कौन सा एकमात्र उपाय है जिससे जीवन सुखी हो जाता है?
Ans → अच्छा स्वभाव ही सुखी होने का उपाय है..!!
Qus → किस चीज़ के खो जानेपर दुःख नहीं होता ?
Ans → क्रोध..!!
Qus→ धर्म से बढ़ कर संसार में और क्या है ?
Ans → दया..!!
Qus→ क्या चीज़ दूसरों को नहीं देनी चाहिए ?
Ans→ तकलीफें, धोखा..!!
Qus→ क्या चीज़ है, जो दूसरों से कभी भी नहीं लेनी चाहिए ?
Ans→ इज़्ज़त, किसी की हाय..!!
Qus→ ऐसी चीज़ जो जीवों से सब कुछ करवा सकती है?
Ans→ मज़बूरी..!!🌸
Qus→ दुनियां की अपराजित चीज़ ?
Ans→ सत्य..!!
Qus→ दुनियां में सबसे ज़्यादा बिकने वाली चीज़ ?
Ans→ झूठ..!!💜
Qus→ करने लायक सुकून का कार्य ?
Ans→ परोपकार..!!🌸
Qus→ दुनियां की सबसे बुरी लत ?
Ans→ मोह..!!💝
Qus→ दुनियां का स्वर्णिम स्वप्न ?
Ans→ जिंदगी..!!🍀
Qus→ दुनियां की अपरिवर्तनशील चीज़ ?
Ans→ मौत..!!💜
Qus→ ऐसी चीज़ जो स्वयं के भी समझ ना आये ?
Ans→ अपनी मूर्खता..!!🌸
Qus→ दुनियां में कभी भी नष्ट/ नश्वर न होने वाली चीज़ ?
Ans→ आत्मा और ज्ञान..!!💝
Qus→ कभी न थमने वाली चीज़ ?
Ans→ समय..
🙏🙏🙏

Recommended Articles

Leave A Comment