🌴🙇🏻♀ शुभप्रभात 🌞🌳
*सब कामनाएँ कभी किसी की पूरी नहीं होती । कुछ कामनाएँ पूरी होती है और कुछ पूरी नहीं होती । यह सबका अनुभव है । इसमें विचार करना चाहिये कि कामना पूरी होने अथवा न होने के स्थिति में क्या हमारे में कोई फर्क पड़ता है ? क्या कामना पूरी न होने पर हम नहीं रहते ? विचार करने से अनुभव होगा कि कामना पूरी हो अथवा न हो, हमारी सत्ता ज्यों-की-त्यों रहती है ।*
*कामना उत्पन्न होने से पहले हम जैसे, कामना की ‘पूर्ति' होने पर भी हम वैसे ही रहते है । कामना की ‘अपूर्ति' होने पर भी हम वैसे ही रहते है । और कामना की ‘निवृत्ति' होने पर भी हम वैसे ही रहते है । इस बात से एक बल मिलता है कि यदि कामना की अपूर्ति से हमारे में कोई फर्क नहीं पड़ता तो फिर हम कामना करके क्यों दु:ख पायें !*
💐 आपका दिन मंगलमय हो 💐