कुछ लोग अपने पूर्व जन्मों के संस्कारों के कारण अच्छाई से जीवन जीते हैं। वे अच्छे लोग कहलाते हैं। और कुछ लोग अपने पूर्व जन्म के बुरे संस्कारों के कारण बुराई से ही जीवन जीते हैं । अपनी बुराई को छोड़ने में मेहनत नहीं करते। यदि वह मेहनत करें तो बुराई से छूट सकते हैं, अथवा बुराई को छोड़ सकते हैं , तथा वे भी एक अच्छे इंसान बनकर जी सकते हैं ।
परंतु ऐसे लोग बहुत कम देखे जाते हैं । अधिकतर लोग आलसी होते हैं , और अपने बुरे संस्कारों से युद्ध नहीं करते , उन्हें दूर नहीं करते ।
इसलिये सब लोगों का परीक्षण करते रहें। जो अच्छे लोग दिखाई दें , अच्छे संस्कार वाले हों, चरित्रवान ईमानदार देशभक्त ईश्वरभक्त हों, ऐसे लोगों से अधिक संबंध रखें। वे आपको , आपके लक्ष्य प्राप्ति में अधिक सहयोग करेंगे ।
और जो दुष्ट प्रवृत्ति के हों, अपनी दुष्टता को छोड़ने में कोई विशेष मेहनत नहीं करते, उनसे जरा बचकर रहें । उनसे भी घृणा तो ना करें , लेकिन अपना बचाव अवश्य करें । तभी आप ठीक प्रकार से जी पाएंगे और अपने लक्ष्य की ओर आगे बढ़ पाएंगे
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