मन के हारे हार है मन के जीते जीत। यह बात कई बार आपके मुख से निकली होगी और बहुधा दूसरों के द्वारा भी सुनी होगी। जीवन का बहुत बड़ा रहस्य इस साधारण सी लोकोक्ति में छिपा है।
जिसका मन हार जाता है फिर चाहे दुनिया के कितने भी साधन और शक्ति उसके पास क्यों ना हो वह जरूर पराजित होता है। कुछ ना होते हुए भी मनोबल जिसका बना हुआ है वह एक दिन जरूर विजयी होता है। इंसान की वास्तविक ताकत तो उसका स्वयं का आत्मबल ही है। मनोबल से हीन व्यक्ति तो निर्जीव ही है।
शरीर कितना भी हृष्ट पुष्ट हो, आसान सा कार्य हो लेकिन शरीर को कार्य करने के लिए प्रेरित करने वाला तो मन ही है।सारे कार्य मन के द्वारा ही तो संचालित होते हैं। मन से कभी भी हार मत मानना, नहीं तो आसान सा जीवन कठिन हो जाएगा।
रिश्ते..अगर दिल में हों तो तोड़ने से भी नहीं टूटते,और
अगर दिमाग में हों तो जोड़ने से भी नहीं जुड़ते !!
जय श्री कृष्ण🙏🙏
सुबह जागो तो बिचार करो कि कल मैंने ऐसा कौन सा पाप किया जो रात भर नींद नहीं आई। रात को सोते वक्त बिचार करो कि आज कौन सा पुन्य बना जिसके कारण मै शांति अनुभव कर रहा हूँ। बिचार करो मेरे कारण किसी की आँखों में आँसू तो नहीं आये। मेरे कारण कितने लोगों के चेहरे पर हँसी आई। अतः जीवन ही वो सच्ची किताब है जिसे पढ़कर आप आनन्द, शांति, और सफलता प्राप्त कर सकोगे।
जय श्री कृष्णा🙏🙏
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किसी से बदला लेने का नहीं अपितु स्वयं को बदल डालने का विचार ज्यादा श्रेष्ठ है। महत्वपूर्ण यह नहीं कि दूसरे आपको गलत कहते हैं अपितु यह है कि आप गलत नहीं करते हैं।
*बदले की आग दूसरों को कम, स्वयं को ज्यादा जलाती है। बदले की आग उस मसाल की तरह है जिसे दूसरों को खाक करने से पहले स्वयं को राख होना पड़ता है। इसीलिए सहनशीलता के शीतल जल से जितना जल्दी हो सके इस आग को भड़कने से रोकना ही बुद्धिमत्ता है।*
*बदले की भावना केवल आपके समय को ही नष्ट नहीं करती अपितु आपके स्वास्थ्य को भी नष्ट कर जाती है। अत: प्रयास जरूर करो मगर बदला लेने का नहीं अपितु स्वयं को बदल डालने का।*
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जब भी मन उदास हो जब भी मन अशांत हो
जब भी आपको कुछ भी अच्छा न लगे या मन में अजीब से विचार आने लगे तो आप उस वक़्त बस सिर्फ शांत रहें। किसी से कुछ भी न बोले।
एक कोने में चुपचाप बैठकर अपने गुरु को याद करें गुरु का सिमरन करें मन में ध्यान धरें
कुछ ही देर में आपको कुछ अलग feel होगा। मन को शांति मिलने लगेगी। उदासी दूर होती रहेगी क्योंकि गुरु आपको आपके भीतर एक energy प्रदान करता है
जो आपके भीतर छुपी negetive feelings को wash कर देता है।
आपके मन से निकाल देता है और फिर आप महसूस करते हो शांत मन चित और भीतर एक poweful energy
लेकिन अगर आप रोज नियम से नित नेम गुरु का नाम सिमरन करते हो तो आप हमेशा ही खुश रहते हो भीतर एक energy feel करते रहते हो क्योंकि अंदर बैठा आपका गुरु आपका सतगुरु आपसे जुड़ा हुआ है
वो हमेशा आपके भीतर एक powerful साकारत्मीक energy प्रदान करता रहता है
यही है गुरु की शक्ति गुरु का नाम, हो सके तो हमेशा नाम सिमरन करते रहें ताकि आपको energy मिलती रहे..!!
🙏🏻🙏🙏🏿जय जय श्री राधे🙏🏼🙏🏾🙏🏽