Phone

9140565719

Email

mindfulyogawithmeenu@gmail.com

Opening Hours

Mon - Fri: 7AM - 7PM

पीलिया रोग नाशक अचूक रामबाण उपाय

१- रोगी अपना आहार विहार सुनिश्चित करें।
मांस, मछली,अंडा, शराब
त्याग दें।
शाकाहारी भोजन लें।मट्ठा
फल खूब लें।
जब तक रोग ठीक नहीं होता पूरी तरह से विश्राम
करें।

२- एक मूली बीच से चीर
कर, उसमें खाने वाला सोडा भर कर ,थाली में
रखकर रात भर ,छत में
ओस में रखें।।
सुबह काट कर खाली पेट
खाएं ।
१०-दिन नियमित सेवन करें।
मूली के पत्तों को भी काट
कर आलू-प्याज मिला कर सब्जी खाएं।

३- ,१२० ग्राम किशमिश को धोकर ,दो कांच के बर्तन में गर्म पानी में डालाे और फिर ( रात में
भिगोकर रखें)
सुबह सायं खाली पेट सेवन करें, पानी भी पी
जांय।
४- मट्ठा का सेवन करें।
५- २-आवला मुरब्बा
सुबह सायं सेवन करें।
महौषधि
१- कुटकी चूर्ण (निडको-
फार्मेसी)
३-४ग्राम सुबह सायं पानी से ले के उपर से एक गिलास छाछ छैंक लगा कर लें।

२- कामदुधा रस‌ मुक्तायुक्त(निडको फार्मेसी)
२-३गोली पीस कर शहद मिलाकर सुबह-शाम सेवन करें।

३-आरोग्य बर्धनी‌ बटी
( निडको)
२-२गोली सुबह सायं खाना खाने के बाद नियमित रूप से जल/
मट्ठा‌ से ले।
४- लिवोपील टैबलेट
(निडको)
२-२ गोली सुबह-शाम
खाने के बाद नियमित रूप से सेवन करें।

५- तुलसी के पत्तों का
चूर्ण (,निडको)
२-२ चम्मच चूर्ण को एक
कटोरा ताजा दही में मिलाकर फैट कर सुबह सायं खाना खाने के साथ ले।
यह नियमित ४० दिन ‌
सेवन करने से ‌पीलिया
रोग जड़‌ मूल से नष्ट‌ होता है।
यह रामबाण परीछीत स्वनुभूत उपचार खाेज की है।
वैसे तो हमारा अनुभव है की ११ दिन नियमित सेवन से ही सामान्य पीलिया ठीक हो जाता है
जटिल कष्टसाध्य पीलिया रोग में ४० दिन नियमित सेवन करें।

अमृत तुल्य है भृंगराज के
पंचांग का काढा

भृंगराज (भांगरा)
ताज़ा मिल जाएगा तो
स्वरस लें।
न ही तो सूखी पंचाग लें।
२०-२५ग्राम जड़ी-बूटी लें
पानी सेधो कर,३गिलास
पानी में डालाे और फिर उसे धीमी आंच पर पकाएं,जब ‌चतुर्थ अंश
शेष बचे, तो छान कर
ढंडा कर सुबह सायं सेवन करें

   

Recommended Articles

Leave A Comment