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ध्यान , संकल्प और एकाग्रता से आज्ञा चक्र सक्रिय करना |
मनुष्य का सबसे सक्रिय चक्र आज्ञा चक्र हीं है | इस आज्ञा चक्र पर ध्यान भी सहजता से लग जाता है | जब आँखें बंद करते हैं तो आपका ध्यान आज्ञा चक्र पर हीं होता है | किसी भी ध्यान की शुरुआत आज्ञा चक्र से करनी चाहिए और आज्ञा चक्र पर हीं खत्म करनी चाहिए |
शरीर के भीतर तथा दिव्य लोक में प्रवेश का द्वार है आज्ञा चक्र | गुरु से जुड़ने का सेतु भी आज्ञा चक्र होता है मतलब इस चक्र पर ध्यान एकाग्र कर आप गुरु से जुड़े हुए रह सकते हैं और गुरु से निर्देश भी मिलता रहता है सूक्ष्म रूप से | आज्ञा चक्र सक्रिय होने से अध्यात्म में अदभुत प्रगति होती है तथा अध्यात्म से सम्बन्धित काफी मजेदार अनुभव होते हैं |
आज्ञा चक्र सक्रिय करने कि विधि
आराम से बैठ जाएँ | रीढ़ कि हड्डी सीधी | आँखें बंद | पूर्ण सजग हो जाएँ |
दो चार लम्बी गहरी साँसें लें और छोड़ दें | आराम से आहिस्ता आहिस्ता |
ग्यारह बार ॐ का उच्चारण करें बोल कर | आज्ञा चक्र का बीज मन्त्र ॐ हीं है | लेकिन इसका मतलब ये नहीं की ॐ का उच्चारण अधिक करें | सिर्फ ग्यारह बार हीं ॐ का उच्चारण करें |
अब अपने मन या ध्यान को आज्ञा चक्र ( दोनों भौं के बीच में ) एकाग्र कर दें |
दस मिनट से बीस मिनट तक आज्ञा चक्र पर मन को टिकाएं |
हो सकता है मन न टिके | मन बार बार उचट जा सकता है | तरह तरह के विचार परेशान कर सकते हैं | किन्तु डिगे नहीं बल्कि तेज संकल्प करें कि मन आज्ञा चक्र पर हीं टिका रहे |
एक बार , दो बार या बार बार आपका मन आज्ञा चक्र से इधर उधर भटक सकता है किन्तु जैसे हीं ये विचार आये कि मन तो आज्ञा चक्र से भटक गया है वैसे हीं दोबारा मन को आज्ञा चक्र पर ले आएँ |
विश्वाश करें शुरू के दो चार दिन हीं प्रयास करना होगा अगर दो चार दिन सफल रहें आज्ञा चक्र पर ध्यान या मन को टिकाने में तो बाद में स्वयं हीं मन आज्ञा चक्र पर टिकने लगेगा | तरह तरह कि अनुभूतियाँ होंगी |
ख्याल रखें ध्यान लगाने के पहले तीव्र संकल्प करें कि आज्ञा चक्र पर मेरा ध्यान अवश्य टिकेगा लगेगा | पांच से दस बार इस संकल्प को दुहरायें |
दूसरी बात आज्ञा चक्र पर मन को एकाग्र रखें | बार बार मन भटक सकता है किन्तु दृढ संकल्प से ध्यान को आज्ञा चक्र पर टिकाये रखें |
आज्ञा चक्र को सक्रिय करने से क्या होता है यह बहुत सी बात मैंने लिखी नहीं है मैं चाहता हूँ अगर आप अध्यात्म के यात्री हैं तो स्वयं यह अनुभव करें | बस मैंने सूत्र या कुंजी दे दी है सक्रिय करने की विधि के रूप में | और एक बात इस प्रयोग से आपका कोई हानि नहीं होगी निश्चित रहें |
यह प्रयोग सुबह में करें और यह प्रयोग पन्द्रह से बीस मिनट करें |

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