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🌺🥀🌹🏵️क्या हो अगर आपकी किडनी 15 दिन में पुनर्जीवित हो जाए और आपका डायलिसिस जो हफ्ते में एक बार या दो बार या तीन बार भी हो रहा हो उसका टाइम बढ़ता जाए. और अगर आपको धीरे धीरे डायलिसिस से ही छुटकारा मिल जाए तो, आज यही जानकरी स्नेहा आयुर्वेद ग्रुप से

🍂ब्रिटिश वैज्ञानिक द्वारा रॉयल लन्दन हॉस्पिटल में की गयी नयी शोध से पता चला के मीठा सोडा (Sodium bicarbonate) CKD (Chronic Kidney Disease) की प्रोग्रेस को कम कर सकता है और इसके साथ ही CKD के मरीजों को डायलिसिस की प्रकिया से बचा सकता है. इस शोध को General Of American Society of nephrology में प्रकाशित किया गया. 
🍁स्नेहा आयुर्वेद ग्रुप
🌺Sodium bicarbonate in kidney – ये स्टडी 134 मरीजों पर की गयी, इन सभी को Advanced CKD थी, और उनके शरीर में LOW Bicorbonate का लेवल था. उनमे से एक ग्रुप को रोजाना दवाई में Sodium Bicarbonate ही दिया गया, अब उस ग्रुप में किडनी फंक्शन में जो गिरवट आई थी वो बहुत कम हो गयी, और किडनी दोबारा से Activate होने लग गयी. स्नेहासमुह

🌺Dr. S.K. Hariachar (Nephrologist) जो के Renal Hypertension Tampa Florida में कार्यरत हैं उन्होंने Bicarbonate और Kidney Disease पर काफी समय से काम किया. और उन्होंने अपने कार्य के दौरान ये पाया के bicarbonate के इस्तेमाल से किडनी रोगियों में dialysis की ज़रूरत में काफी हद तक रोका जा सकता है. उन्होंने तो यहाँ तक बता दिया के किडनी रोगी जो डायलिसिस की स्थिति पर हैं उनको भी सामान्य स्थिति में लाया जा सकता है

John जो के एक डायलिसिस तकनीशियन था उनके ही हॉस्पिटल में, उसको दो साल से डायलिसिस हो रहा था क्यूंकि वो किडनी फेलियर की समस्या से ग्रस्त था, जॉन के अनुसार जब उसने अपने पुरे इलाज के दौरान sodium bicarbonate लेना शुरू किया तो उसकी किडनी सही ढंग से काम करने लग गयी और उसको डायलिसिस की ज़रूरत नहीं पड़ी. अभी भी वो ये लगातार ले रहा है, ताकि उसको दोबारा ये समस्या का सामना ना करना पड़े.

🌼डॉक्टर S.K. Hariachar बताते हैं के सब लोगों को चाहे जॉन जितना लाभ ना हो फिर भी sodium Bicarbonate उनकी किडनी के अन्दर काफी अधिक परिवर्तन ला सकता है.

🍁– Sodium bicarbonate अर्थात मीठा सोडा  डायलिसिस करने के लिए जो solution काम में लिया जाता है उसके अन्दर इस्तेमाल किया जाने वाला बफर है. ये ATPase Enzyme को उत्तेजित करता है. ये एंजाइम ATP को ADP में बदलता है जिस से कोशिकाओं को उर्जा मिलती है जिस से उनकी क्रियाविधि ठीक हो जाती है, और ये कोशिकाओं के अन्दर और बाहर Ions (Sodium, Potassium, Hydrogen etc) के आदान प्रदान को नियंत्रित करता हैस्नेहा समुह
🍃Metabolic Acidosis वो कंडीशन है जिसमे हमारे शरीर में एसिड की मात्रा बहुत अधिक बढ़ जाती है उसकी तुलना में Bicarbonate या दुसरे बफर की मात्रा बहुत कम हो जाती है. इसकी वजह से ये एसिड हमारी किडनी को डैमेज करना शुरू कर देता है. क्यूंकि कोशिकाओं के आसपास acidic condition होने के कारण वहां पर Oxygen की supply भी धीरे धीरे कम होती जाती है, जिस कारण कोशिकाएं सही तरीके सा काम नहीं कर पाती और धीरे धीरे नष्ट होना शुरू हो जाती है. और यही आगे जाकर AKD (Acute Kidney Disease) और CKD (Chronic Kidney Disease) का कारण बनती है, एक स्वस्थ किडनी लगभग 250 ग्राम bicarbonate एक दिन में पैदा करती है ताकि शारीर में बनने वाले एसिड को Neutralize यानी ख़तम किया जा सके , 🥀लेकिन Metabolic Acidosis होने के कारण किडनी की कोशिकाओ के आसपास एसिडिटी बढ़ जाती है जिस से कोशिकाएं धीरे धीरे नष्ट होना शुरू हो जाती है, जिससे किडनी द्वारा पैदा किया जाने वाला Bicarbonate भी कम होता जाता 

🌾Sodium bicarbonate in kidney – जब रक्त ज्यादा एसिडिक हो जाता है तो किडनी Bicarbonate बनाती है ताकि रक्त की PH को बढ़ाया जा सके, और जब रक्त ज्यादा Alkaline हो जाता है तब किडनी Bicarbonate को शरीर को बाहर निकाल देती है, जिस से रक्त की PH कम हो जाती है. इस प्रकार किडनी रक्त की PH को 7.41 से 7.45 बनाये रखती हैं, मगर जब किडनी ख़राब हो जाती है तो वो इतना Bicarbonate नहीं बना पाती जो Acidosis के कारण बने एसिड को Neutralize कर सके और ये Acid मुख्यतः Highly Acidic Diet (Bread, Fast Food, Medicine, cold drinks) के कारण बनते हैं. डायलिसिस में भी एसिड को Buffering के लिए Sodium Bicarbonate के रूप में Dialysate solution में Buffer दिया जाता है. जिससे रक्त में उपस्थित एसिड और टॉक्सिक मटेरियल को बाहर निकाला जाता हैस्नेहा समुह

🌺Inflammatory condition जैसे Nephritis and GloMerolo Nephritis etc. इन बिमारियों के लिए अत्यधिक एसिड ही जिम्मेवार है, इस प्रकार इस एसिड को Sodium Bicarbonate Neutralize करता है. और ये Inflammatory और Auto Immune disease आगे जाकर Kidney Failure का मूल कारण बनती है. इसके साथ ही Sodium Bicarbonate Heavy Metal, Furans, Dioxins इनको Absorb कर लेता है, जो Kidney के लिए काफी हानिकारक होते हैं. कई बार दवाओं की overdose को बाहर निकालने के लिए भी sodium bicarbonate का उपयोग किया जाता है ताकि इन दवाओ के cardiotoxic , neurotoxic,  neohrotoxic प्रभाव को समाप्त किया जा सके.

🥀Sodium bicarbonate in kidney – Candida Albicanis जो एक फंगस है और E.Coli जो के एक Bacteria है ये दोनों urinary tract Infection का मूल कारण हैं. यही दोनों सिर्फ एसिडिक Urine में ही पनपते हैं. जो आगे जाकर किडनी को Infected कर देते हैं. इनको ख़त्म कर देने के लिए Anti biotic दी जाती है, लेकिन Urine की Acidity तो वैसे ही बरक़रार रहती है जिस कारण Anti Biotic इनको ख़त्म नहीं कर पाती और ये बार बार समस्या होती रहती है. अगर इस अवस्था में हम मीठा सोडा अर्थात sodium Bicarbonate लेते हैं तो पेशाब Alkaline हो जायेगा. और ये दोनों Micro Organism नहीं पनप पाएंगे.

💐kidney patient Sodium Bicarbonate kaise sewan kare

🌺Sodium bicarbonate in kidney – Dr. Mark Sircus के अनुसार 5 ग्राम Sodium Bicarbonate को 100 ml. में घोलते हैं, और इसका सीधे Oral (अर्थात मुंह से ) सेवन करते हैं. इसको लगातार 2 हफ्ते तक दिन में 1 बार लिया जाता है. और इसको सुबह खाली पेट लीजिये.फिर इसको 2 हफ्ते तक बंद कर दो. और फिर इसको दोबारा Continue करें. अगर आपका शरीर इसको अच्छे से सहन कर सके तो इसकी मात्रा को आप बढ़ा भी सकते हैं और अगर कोई समस्या हो तो आप इसकी मात्रा कम भी कर सकते हैं.स्नेहा समुह
🌺या फिर 5 ग्राम Sodium Bicarbonate को 100 ml पानी में अच्छे से घोल लें जब अच्छे से घुल जाए तो फिर इसमें 900 ml. पानी और मिला कर इसको 1 लीटर कर लीजिये. अभी पुरे दिन में किडनी के रोगी को यही पानी पिलाना है.

🌺इसको आप अपने चल रहे इलाज के साथ में continue कर सकते हैं, चाहे वो आपका गोखरू कांटे वाला प्रयोग चल रहा हो या फिर आपका कोई allopathy चल रहा हो.

🌼Sodium Bicarbonate के सेवन में सावधानी.

🥀Gastritits के मरीज जिनके पेट में सूजन है वो इसको लेने से परहेज करें.

🥀जिन लोगों का Sodium बढ़ा हुआ हो और साथ में Blood Pressure बढ़ा हुआ रहता हो, वो इसकी बहुत कम मात्रा में सेवन करें.

🌺बी पी के रोगी मीठा सोडा सेवन कैसे करें.

बी पी के रोगी सबसे पहले अपना बी पी सही करें. इसके लिए वो हर रोज़ 3 Vitamin C की 500 mg की गोली लें ये चूसने वाली गोली होती है, और आपका अगर गोखरू काँटा वाला काढ़ा चल रहा है तो आप उसमे 1 ग्राम सर्पगंधा डालकर पियें. इस से कुछ ही दिनों में आपका बी पी नार्मल होने लगेगा. और ये सब जांचने के लिए आप एक बी पी की मशीन आती है जो पूरी तरह डिजिटल होती है जो के 1500 रुपैये तक आती है. वो लाकर अपना बी पी हर रोज़ जांच करें. और जब बी पी नार्मल हो जाए तो इसका सेवन लगातार करें. और जब इसका सेवन करें तो बी पी नापते रहें स्नेहा समुह

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