Phone

9140565719

Email

mindfulyogawithmeenu@gmail.com

Opening Hours

Mon - Fri: 7AM - 7PM

[: 💐✨✨शरीर में खून बढ़ाने के घरेलू उपाय,शरीर में खून की कमी होना अनेक प्रकार की बीमारी को सीधा आमंत्रण है। आयुर्वेद में खून की कमी को दूर करने के लिए अनेक तरह के घरेलू उपाय बताए गए है। इनका उपयोग अगर किया जाए तो खून की कमी तेजी से दूर होती है च मनुष्य तेजी से मजबूत कदकाठी का होना शुरू हो जाता है।

इन दिनों सबसे ज्यादा शरीर में खून की कमी ज्यादा बढ़ रही है, शरीर में हीमोग्लोबिन कम होना मतलब व्यक्ति के अंदर सारा आयरन गायब हो जाना है। जब शरीर में आयरन की कमी होने लगती है तो उसे ऑक्सीजन में परेशानी होने लगती है। अगर शरीर में खून की कमी हो रही है तो तुरंत ही घरेलू नुस्खे का इस्तेमाल करना शुरू कर दें। इसके लिए जरूरी है घरेलू उपाय किए जाए तो अधिक बेहतर रहता है।

नारीयल पानी- नारीयल पानी के सेवन से खून बढ़ता है, हिमोग्लोबीन सही होता है, आंख की रोशनी बढ़ती है। इसके अलावा बाल झडऩे की समस्या ठीक होती है।

अनार- अनार का रस का सेवन किया जाए तो खून भरपुर बढ़ता है। इसके अंदर अनेक तरह के वो तत्व होते है जो शरीर में खून बढ़ाने में सहायक होते है।

पिस्ता- पिस्ता इंसान को स्वस्थ्य रखने में मददगार साबित हुआ है। 28 ग्राम पिस्ते में 1.1 मिलीग्राम आयरन होता है और भारत में पिस्ता आसानी से मिल जाता है। पिस्ते में आयरन के साथ-साथ मैग्रीरशियम और विटामिन बी भी होता है।

बादाम- बादाम में भरपूर मात्रा में आयरन होता है खून की कमी वाले रोगी को रोजाना बादाम का सेवन करना चाहिए।

चिलगोजा- चिलगोजा शरीर में रक्त बढ़ाने में सबसे बड़ा मददगार साबित होता है। दस ग्राम चिलगोजा में करीब 0.6 मिलीग्राम आयरन होता है। चिलगोजा रक्त में हीमोग्लोबिन की मात्रा बढ़ाने में काम करता है।

काजू- काजू न केवल खाने में स्वाद होता है बल्कि इसमे कई पौष्टिक गुण भी होते हैं, जो हमारे शरीर में खून बनाने में सहायक होते है। इसका सेवन सर्दी में अधिक करना चाहिए। काजू से आयरन पर्याप्त मात्रा में मिलती है।

मूंगफली- 2 चम्मच पीसी मूंगफली में 0.6 मिलीग्राम आयरन होता है जो शरीर के लिए बहुत लाभकारी हैं, साथ ही मूंगफली में पोटेशियम, मैग्रीलशियम और विटामिन बी भी काफी मात्रा में होता है।

यह भी हैं बेहतर उपाय

  • काफी और चाय खतरनाक काफी और चाय का सेवन कम कर दें। एैसा इसलिए क्योंकि ये चीजें शरीर को आयरन लेने से रोकते हैं।
  • दिन में दो बार दिन में ठंडे पानी से नहाए व सुबह नहाने के बाद सूरज की रोशनी में जरूर बैठें।
  • अंकुरित भोजन आप अपने भोजन में गेहूं, मोठ, मूंग और चने को अंकुरित करके उसमें नींबू मिलाकर सुबह का नाश्ता लें।
  • पके आम के गुदे को मीठे दूध के साथ सेवन करें। एैसा करने से खून तेजी से बढ़ता है।
  • शरीर में खून की कमी को दूर करने के लिए मूंगफली के दानों को गुड़ के साथ चबा-चबा कर सेवन करें।
  • सिंघाड़ा शरीर में खून और ताकत दोनो को बढ़ाता है। कच्चे सिंघाड़े को खाने से शरीर में हीमोग्लोबिन का स्तर तेजी से बढ़ता है।
  • मनुक्का दाख, अनाज, किशमिश, दालें और गाजर मनुक्का, अनाज, किशमिश, दालें और गाजर का नियमित सेवन करें और रात को सोने से पहले दूध में खजूर डालकर उसको पीएं।- अनार, अमरूद, पपीता, चीकू, सेब और नींबू आदि फलो का अधिक से अधिक सेवन करें।
  • आंवले और जामुन का रस आंवले का रस और जामुन का रस बराबर मात्रा में मिलाकर सेवन करने से हीमोग्लोबिन का स्तर बढ़ता है।
  • हरी सब्जिया बथुआ, मटर, सरसों, पालक, हरा धनिया और पुदीना को अपने भोजन में जरूर शामिल करें।
  • टमाटर का रस एक गिलास टमाटर का रस रोज पीने से भी खून की कमी दूर होती है। इसलिए टमाटर का सूप भी बनाकर आप ले सकते हो।
    जानिए, शरीर में स्टैमिना कम होने की वजह, संकेत और 3 कारण

1 नींद की कमी – जो लोग रोजाना 7 से 8 घंटे की नींद नहीं ले पाते हैं, उनके शरीर की ताकत धीरे-धीरे कम होने लगती है, जिससे उनका किसी काम में मन भी नहीं लगता।
2 पानी कम पीना – हमारे शरीर का 70 प्रतिशत हिस्सा पानी से बना है, ऐसे में अगर शरीर में पर्याप्त पानी नहीं होगा तो भी स्टैमिना कम होने लगता है, इसलिए जरूरी है कि पर्याप्त मात्रा में पानी पिते रहें।
3 कार्बोहाइड्रेट की कमी – क्या आपको पता है कि कार्बोहाइड्रेट का सेवन ही शरीर को सबसे ज्यादा एनर्जी देता है। ऐसे में अपने खान-पान में कार्बोहाइड्रेट की मात्रा को संतुलित रखें।

स्टैमिना कम होने की स्थिति में शरीर क्या संकेत देता है –

  • थोड़ी दूर तक चलने में या कुछ ही सीढ़ियां चढ़ते वक्त थकाने लगना।
  • किसी भी शारीरिक व मानसिक काम को लंबे समय तक नहीं कर पाना और कुछ देर में ही थकान व ब्रक की जरूरत महसूस होना।
  • बिना मेहनत किए पसीना आना।
  • भूख नहीं लगना।
  • हर वक्त खुद को थका हुआ महसूस करना और चक्कर आना।* आंखों के सामने कभी-कभी धुंधलापन छा जाना।
  • किसी काम को करने में मन न लगना।
  • हाथों और पैरों में दर्द महसूस होना।* अधिक नींद आना।

Recommended Articles

Leave A Comment