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सपने या स्वप्न आते क्यों है?
आदि काल से ही मानव मस्तिष्क अपनी इच्छाओं की पूर्ति करने के प्रयत्नों में सक्रिय है। परंतु जब किसी भी कारण इसकी कुछ अधूरी इच्छाएं पूर्ण नहीं हो पाती (जो कि मस्तिष्क के किसी कोने में जाग्रत अवस्था में रहती है) तो वह स्वप्न का रूप ले लती हैं।

आधुनिक विज्ञान में पाश्चात्य विचारक सिगमंड फ्रायड ने इस विषय में कहा है कि स्वप्न” मानव की दबी हुई इच्छाओं का प्रकाशन करते हैं जिनको हमने अपनी जाग्रत अवस्था में कभी-कभी विचारा होता है। अर्थात स्वप्न हमारी वो इच्छाएं हैं जो किसी भी प्रकार के भय से जाग्रत्‌ अवस्था में पूर्ण नहीं हो पाती हैं व स्वप्नों में साकार होकर हमें मानसिक संतुष्टि व तृप्ति देती है।

सपने या स्वप्न आते क्यों है? इस प्रश्न का कोई ठोस प्रामाणिक उत्तर आज तक खोजा नहीं जा सका है। प्रायः यह माना जाता है कि स्वप्न या सपने आने का एक कारण ÷नींद’ भी हो सकता है। विज्ञान मानता है कि नींद का हमारे मस्तिष्क में होने वाले उन परिवर्तनों से संबंध होता है, जो सीखने और याददाश्त बढ़ाने के साथ-साथ मांस पेशियों को भी आराम पहुंचाने में सहायक होते हैं। इस नींद की ही अवस्था में न्यूरॉन (मस्तिष्क की कोशिकाएं) पुनः सक्रिय हो जाती हैं।

वैज्ञानिकों ने नींद को दो भागों में बांटा है पहला भाग आर ई एम अर्थात्‌ रैपिड आई मुवमेंट है। (जिसमें अधिकतर सपने आते हैं) इसमें शरीर शिथिल परंतु आंखें तेजी से घूमती रहती हैं और मस्तिष्क जाग्रत अवस्था से भी ज्यादा गतिशील होता है। इस आर ई एम की अवधि १० से २० मिनट की होती है तथा प्रत्येक व्यक्ति एक रात में चार से छह बार आर ई एम नींद लेता है। यह स्थिति नींद आने के लगभग १.३० घंटे अर्थात ९० मिनट बाद आती है। इस आधार पर गणना करें तो रात्रि का अंतिम प्रहर आर ई एम का ही समय होता है (यदि व्यक्ति समान्यतः १० बजे रात सोता है तो ) जिससे सपनों के आने की संभावना बढ़ जाती है।
भूत, वर्तमान और भविष्य का सूक्ष्म आकार हर समय वायुमंडल में विद्यमान रहता है। जब व्यक्ति निद्रावस्था में होता है तो सूक्ष्माकार होकर अपने भूत और भविष्य से संपर्क स्थापित करता है। यही संपर्क स्वप्न का कारण और स्वप्न का माध्यम बनता है।

व्यक्ति सक्रिय है, वह स्वप्न अवश्य देखता है। सभी प्राणियों में मनुष्य ही एक मात्र ऐसा प्राणी है जो स्वप्न देख सकता है। अर्थात्‌ जो मनुष्य स्वप्न नहीं देखता, वह जीवित नहीं रह सकता। इसका अभिप्राय यह है कि जो जीवित और सक्रिय है, वह स्वप्न अवश्य देखता है। केवल जन्म से अंधे व्यक्ति स्वप्न नहीं देख सकते लेकिन वे भी स्वप्न में ध्वनियां तो सुनते ही हैं। अर्थात स्वप्न तो उनको भी आते हैं। स्वप्न सोते हुए ही नहीं, जागते हुए भी देखे जा सकते हैं। इस प्रकार स्वप्न को दो भागों में विभाजित किया जा सकता है………………

1) जागृत अवस्था के स्वप्न
2) निद्रावस्था के स्वप्न

जागृत अवस्था के स्वप्न कवियों, दार्शनिकों, प्रेमी-प्रेमिकाओं, अविवाहित किशोर, युवक-युवतियों को अधिक आते हैं। ये स्वप्न कलात्मक होते हैं। भारतीय दर्शनशास्त्र के अनुसार भूत, वर्तमान और भविष्य का सूक्ष्म आकार हर समय वायुमंडल में विद्यमान रहता है। जब व्यक्ति निद्रावस्था में होता है तो सूक्ष्माकार होकर अपने भूत और भविष्य से संपर्क स्थापित करता है। यही संपर्क स्वप्न का कारण और स्वप्न का माध्यम बनता है। जिस व्यक्ति विशेष की साधना इतनी प्रबल होती है कि वह जागृतावस्था में या ध्यानावस्था में इन भूत-भविष्य के सूक्ष्म आकारों से संपर्क कर लेता है, वही योगी और भविष्यदृष्टा कहलाता है।
अवचेतन मन की पहुंच हमारे शरीर तक ही सीमित नहीं, वरन्‌ वह विश्व के किसी भी भाग में जब चाहे पहुंच सकता है। उसके द्वारा तीनों लोकों के कोने-कोने का समाचार प्राप्त हो सकता है। अतः भूत, भविष्य और वर्तमान तीनों कालों का ज्ञान अवचेतन मन से ही संभव है।

सपने बनते कैसे हैं :

दिन भर विभिन्न स्रोतों से हमारे मस्तिष्क को स्फुरण (सिगनल) मिलते रहते हैं। प्राथमिकता के आधार पर हमारा मस्तिष्क हमसे पहले उधर ध्यान दिलवाता है जिसे करना अति जरूरी होता है, और जिन स्फुरण संदेशों की आवश्यकता तुरंत नहीं होती उन्हें वह अपने में दर्ज कर लेता है। इसके अलावा प्रतिदिन बहुत सी भावनाओं का भी हम पर प्रत्यक्ष प्रभाव पड़ता है। जो भावनाएं हम किसी कारण वश दबा लेते हैं (गुस्सा आदि) वह भी हमारे अवचेतन मस्तिष्क में दर्ज हो जाती हैं। रात को जब शरीर आराम कर रहा होता है मस्तिष्क अपना काम कर रहा होता है। (इस दौरान हमें चेतनावस्था में कोई स्कुरण संकेत भावनाएं आदि नहीं मिल रही होती) उस समय मस्तिष्क दिन भर मिले संकेतों को लेकर सक्रिय होता है जिनसे स्वप्न प्रदर्शित होते हैं। यह वह स्वप्न होते हैं जो मस्तिष्क को दिनभर मिले स्फुरण, भावनाओं को दर्शाते हैं जिन्हें दिनमें हमने किसी कारण वश रोक लिया था। जब तक यह प्रदर्शित नहीं हो पाता तब तक बार-बार नजर आता रहता है तथा इन पर नियंत्रण चाहकर भी नहीं किया जा सकता।

स्वप्न फल

स्वप्न में होने वाले अनुभवो को कुछ लोग भ्रम से जोडते हैं तो कुछ इसे वर्तमान, भूतकाल तथा भविष्यकाल से जोड कर व्यक्ति के जीवन के साथ के साथ जोडते हैं। कई विद्वानो के हिसाब से स्वप्न में कुछ लोगों का मानना हे की रोज़मर्रा की ज़िंदगी में हमारी कुछ इच्छाएं अधूरी रह जाती हैं। यही इच्छाएं हमें अक्सर सपने के रूप में दिखती हैं।भारतीय मान्यता के अनुसार, सूरज उगने से कुछ पहले अर्थात ब्रह्म मुहूर्त में देखे गए सपने का फल 10 दिनों में सामने आ जाता है। रात के पहले पहर में देखे गए सपने का फल एक साल बाद, दूसरे पहर में देखे सपने का फल 6 महीने बाद, तीसरे पहर में देखे सपने का फल 3 महीने बाद और आखिरी पहर के सपने का फल एक महीने में सामने आता है। दिन के सपनों पर ध्यान न दें। हमारी कुछ इच्छाएं अधूरी रह जाती हैं। यही इच्छाएं हमें अक्सर सपने के रूप में दिखती हैं।

स्वप्न मे देखए गये विषयो के शुकन-अपशुकन बारे मे कोई ठोस प्रमाण नहीं होने के बाद भी शकुन शास्त्रों में अनेक प्रकार के स्वप्नों की विस्तृत जानकारी देकर स्वप्न का बड़ा महत्व बताया गया हैं। स्वप्न ज्योतिष के अनुसार सपनों में भविष्य से जुड़े कई सवालों के जवाब रहते हैं।

ऐसे स्वप्न, जिसमें हम खुद को गिरता हुआ देखते हैं, के भी कई अर्थ और व्याख्याएं हो सकती हैं। खुद को कहीं से गिरते हुए देखना दर्शाता है कि आपका आने वाला समय स्ट्रगल भरा होगा, लेकिन अगर आपने सपने में खुद को गिरकर उठते हुए भी देखा है तो आप जीवन में और प्रगति करेंगे। इस तरह के स्वप्न आमतौर पर व्यक्ति की आंतरिक असुरक्षा, अस्थिरता और चिंताओं को दर्शाते हैं।
इस सपने मे प्राय: ये होता है कि कोई आपका पीछा कर रहा है, इसमें कई बार कोई हमला करने वाला या कोई अज्ञात आपको मारने के लिए पीछा करता है। दरअसल सपने मे दिखाया गया हमलावर आपके भीतरी भावना को दिखाता है। अधिकतर यह आपके अंदर के क्रोध, ईर्ष्या, डर या प्यार हो सकता है। प्यार की भावना, प्यार में ठुकराया हुआ, महिलाओ के असुरक्षित होने के डर से भी इस तरह के सपने आते हैं।
बहुत बार आप आसमान में उडते हुये दिखाई देते है। नीचे दिखने वाले द्रश्य बहुत खुबसूरत दिखते है और आप उसका आनन्द लेते है| कई बार यह सपना देखते हुए आप अधनींदे भी हो जाते है परन्तु मजे भी लेते रहते हो। यह सपना दिखाता है कि आप कई परिस्थितियों में, प्रोजेक्ट में, विचारों मे, अपनी पकड़ बनाये रखने में सक्षम है।आपमें अतिरिक्त शक्ति बढ़ेगी आप लोगों से ऊंचे पद पर बैठने की क्षमता रखते है। यदि उडते वक्त रास्ते मे झाड, पहाड इत्यादि आपका रास्ता रोकते है तो यह दर्शाता है कि कोई व्यक्ति या आपकी कोई भावना आपके उत्थान मे बाधा है। कई बार यह रुकावट आपको आत्मविश्वास की कमी भी दर्शाता है।

तेज वर्षा देखना, तेज वर्षा में भीगना व सब तरफ जल भरा देखना किसी आने वाली विपत्ति का सूचक है। सामान्यतया ये देखा गया है कि इस स्वप्न के कारन व्यक्ति अचानक किसी अकारण आई विपत्ति में फंस जाता है या कह सकते हैं कि विरोधी बढ़ेंगे।
परीक्षाएं जो आपने पास कर लीं हैं उनकी तैयारी करते हुए स्वयं को देखना और यह भी देखना कि आपको उस विषय से सम्बंधित कुछ भी याद नहीं और आप शायद उत्तीर्ण (पास) नहीं हो सकेंगे। यह सपना आने वाली कठिनाई का संकेत है. आपका कोई आध्यात्मिक प्रश्न है जिसका हल आपको खोजना है. यदि आप खोजने में सफल हो गए तो आगे बढ़ जायेंगे।
सड़क पर या मकान में पानी ही पानी ही भरा देखना व स्वयं को उसमें से जाते हुए देखना या नदी के बहाव के विपरीत नदी में चलते हुए देखना आने वाली कठिनाई की और संकेत है। यदि अन्य मित्र या संबंधी आदि को भी साथ में देखा हो तो समझना चाहिए कि विपत्ति उन लोगों से भी सम्बंधित है। आपकी वर्तमान परिस्थितियां इस स्वप्न के अर्थ को जानने में सहायक होंगी कि किस प्रकार की विपत्ति आ सकती है। उदाहरण के लिए यदि आपके परिवार में किसी गर्भवती महिला को आपने स्वप्न में इस प्रकार देखा है तो समझना चाहिए कि गर्भावस्था में कोई समस्या उत्पन्न हो सकती है।

सपने में सांप की बिल अथवा संकरी गली देखने का अर्थ है की जीवन में परेशनियाँ आने वाली हैं। वैसे तो सांप को देखना अत्यंत कामुकता का सूचक है। इसी तरह यदि सांप किसी खजाने की रखवाली करता हुए दिखे तो आकस्मिक धन लाभ का योग बनता है.।
सपने में बंदरों से युद्ध दिखाई दे तो समझना चाहिए कि पारिवार मैं लड़ाई और मन-मुटाव बढेगा।

यदि सपने में पानी में मगरमच्छ दिखाई दें तो समझना चाहिए की आपके जीवन में कोई आपका गुप्त शत्रु आपके विरुद्ध षड़यंत्र रच रहा है जिसमें आप बुरी तरह फंस जायेंगे परन्तु वह शत्रु सुरक्षित रहेगा। यह धर्म के मार्ग पर आपकी कठिन परीक्षा का भी संकेत है।
स्वप्न में मधुमक्खियां देखना शुभ चिह्न है। इससे धन और प्रसन्नता आपको हो जाएगी। गरीबी के दुख से आप छुटकारा पा जाएंगे। प्रत्येक वस्तु आपके लिए लाभदायक होगी। भविष्य में सम्मान, शांति और संपन्नता की आशा रख सकते हैं।

सपने में अगर तारे इधर-उधर चलते हुए दिखाई दें तो समझना चाहिए की गुप्त शत्रु सक्रिय हैं। अतः सावधान रहें।
यदि तारे आपसे दूर जाते दिखाई दें तो समझें की शत्रु दूर भाग रहा है और यदि तारे पास आते दिखाई दें तो समझना चाहिए की शत्रु निकट आ रहा है और आक्रमण की तैयारी में है।
यदि सपने में किसी का कटा हुआ सर दिखाई देता है तो यह अशुभ स्वप्न है। इसका संकेत यह है कि ऐसा सपने देखने वाले व्यक्ति निकट भविष्य में अपने किसी रिश्तेदार, मित्र या अन्य खास व्यक्ति से दूर हो जाएगा। यदि कोई व्यक्ति खुद का कटा सिर अपने हाथ में देखता है तो ऐसे व्यक्ति को निकट भविष्य में कई उपलब्धियां हासिल होंगी। उसके सभी रुके कार्य पूर्ण हो

अपने ईष्ट देवता की मूर्ति चलती-फिरती या टूटी हुई दिखाई दे तो समझना चाहिए की मृत्यु निकट है।
किसी व्यक्ति को सपने में फटा हुआ सिर दिखाई तो इसके भी अशुभ परिणाम प्राप्त होते हैं। ऐसे व्यक्ति को कई परेशानियों का सामना करना पड़ता है। कार्य बिगड़ जाते हैं। धन की हानि हो सकती है। किसी रिश्तेदार या मित्र से कोई बुरा समाचार मिल सकता है।
किसी जानवर का कटा सिर दिखाई दे तो आपके कार्य सफल होंगे। ऐसा सपना संभावना बताता है कि आपको सफलताएं मिलेंगी और धन लाभ होगा।
यह एक सामान्य स्वप्न है, जो अक्सर लोगों को दिखाई देता है। ऐसा लगता जैसे दांत हथेलियों में नाच रहे हैं या एक-एक करके गिरते जा रहे हैं। इस तरह के स्वप्न बहुत भयभीत करने वाले होते हैं। बहुत से मामलों में ऐसे सपने कुपोषण की ओर इशारा करते हैं। लेकिन इनका अर्थ यह भी है कि व्यक्ति अपने रूपरंग को लेकर चिंतित है। ऐसे स्वप्न शक्तिहीनता को भी दर्शाते हैं।

आपकी यदि शादी नहीं हुई है, आप अभी कुंवारे है. तभी आप स्वप्न में देखते है कि कोई हथियार आपके सामने फर्श पर पड़ा हुआ है। इसका फल बहुत ही शुभ है अर्थात आपको आने वाले समय में शीघ्र ही जीवन साथी मिलने वाला है। अगर स्वप्न में टूटा हुआ हथियार देखते है तो इसका फल अशुभ है अर्थात जीवन साथी के मिलने में विलम्ब होगा।

आप रात्री काल में गहरी नींद में सो रहे है और स्वप्न में आप देखते है कि कुम्हार घड़ा बना रहा है. तो समझ लीजिए कि अब आपके कष्टों के दिन दूर होने वाले है . इस स्वप्न का फल अत्यऔर यदि स्वप्न में आप अपने से उच्चस्थ पदस्थ पुरुष या अधिकारी से अशिष्टता से बात कर रहे है या अभद्र व्यवहार कर रहे है तो आपके लिए इस स्वप्न का फल शुभ है आप जो भी व्यवसाय या कार्य कर रहे होते है उसमें दिनोंदिन उन्नति होनी आरम्भ हो जायेगी.
यदि आप स्वप्न में देखते है कि आपका मकान मालिक आपसे किराया मांग रहा है तो समझ लीजिए कि इस स्वप्न का फल अति उत्तम है. भविष्य में आप खुद का मकान लेने वाले है या आपके व्यवसाय या नौकरी में उन्नति होने वाली है. आप स्वप्न में अपनी भू सम्पदा या मकान आदि को किसी को किराए पर दे रहे है तो, इसका अर्थ है कि आपको किसी के द्वारा बहुत कीमती वस्तु उपहार में मिलने वाली है.
यदि स्वप्न में आपको अचानक ही छींक आती है और आप फ़ौरन ही अपने रुमाल से अपनी नाक साफ़ करने लगे है तो इस स्वप्न का फल आपके लिए अति उत्तम और ऐश्वर्यशाली है. भविष्य में आपकी आय में वृद्धि होगी. या आय का दूसरा स्रोत मिलेगा. जिससे आपका काया कल्प होने वाला है.
आप स्वप्न में हीरा या हीरे से जड़े आभूषण देखती है तो समझ लीजिए आपका विवाह किसी उच्च अधिकारी या धनि व्यवसायी से होने वाला है. आप स्वप्न में किसी जवान महिला को कानों में कर्णफूल पहने हुए देखते है तो यह शुभ स्वप्न है. भविष्य में आपको कोई शुभ समाचार अवश्य ही मिलने वाला है.
आप स्वप्न में शराब देने पर भी नहीं लेते है और इनकार कर रहे है और उससे नफरत कर रहे है, तो समझ लीजिए कि आपके अच्छे दिन आने वाले है. भविष्य में आपको धन लाभ होने वाला है और स्वास्थ्य में भी सुधार होगा.
खेत-खलिहान देखने का अर्थ है कि आपके विकास का समय शुरू हो गया है। आपका आने वाला समय व्यस्तता से भरा है और आप परेशानी में भी घिर सकते हैं।
अग्नि हमारे इमोशंस को दर्शाती है। महिलाओं को स्वप्न में अग्नि दिखना वैवाहिक जीवन में समस्याओं का सूचक है। फूल स्वप्न देखने वाले की भावनाओं को बताता है। यह हमारे ग्रह के जीवन चक्र व बनने- बिगड़ने को भी दर्शाता है
आप स्वप्न में घर का आय-व्यय का ब्यौरा बनाते है तो समझ लीजिए कि आपके व्यापार में शीघ्र ही लाभ होने वाला है. और यदि यही स्वप्न कोई स्त्री देखती है तो उसकी लोकप्रियता में वृद्धि होती है.
आप स्वप्न में देख रहे है कि आपके कपड़े, घर आग में जल गए है. तो समझ लीजिए कि आप पर लक्ष्मी अत्यंत प्रसन्न हो रही है. भविष्य में आपको अपार धन, संपदा मिलने वाली है.
आप सपनों में यदि केले के पेड़ आदि को फूलों सहित देखते है तो जान लीजिए कि आपके जीवन में कभी भी अशुभ नहीं होने वाला है.

स्वप्नफल एवं अचूक उपाय
मानव मन का स्वप्नों के साथ गहरा संबंध है निद्रा की अवस्था में भी मस्तिष्क सक्रिय रहता है। अवचेतन मन की इच्छाएँ, दिन प्रतिदिन के तनाव एवं चिन्ताएं स्वप्न के रूप में दिखाई देती हैं। मनोवैज्ञानिक यह भी मानते हैं कि कभी-कभी स्वप्न भविष्य में होने वाली घटनाओं का भी संकेत देते हैं। स्वप्नों से भविष्य संकेत की पुष्टि कई प्राचीन ग्रंथों द्वारा होती है। ननिहाल में भरत ने एक स्वप्न देखा था जिसका परिणाम सामने आया। त्रिजटा ने भी लंका के विध्वंस होने का स्वप्न देखा था। स्वप्नों के शुभ व अशुभ फलों की अवधारणाएं प्रस्तुत हैं इस आलेख में …..

शुभ स्वपन
जो व्यक्ति स्वप्नावस्था में घोड़ा, हाथी, सफेद बैल, जूते, रथ में स्वयं को सवार देखता है-उसे ग्राम, नगर, राज्य अथवा देश से अवश्य ही सम्मान की प्राप्ति होती है।
किसी बड़े जलाशय, सरोवर, नदी अथवा सागर में स्वयं को तैरता देखने वाला मनुष्य सभी प्रकार के संकटों से मुक्त हो जाता है।
स्वप्न में उल्लू देखने से भगवती लक्ष्मी की कृपा प्राप्ति होती है।
जो व्यक्ति स्वप्नावस्था में तिल, चावल गेहूं, सरसों, जौ, अन्न का ढेर, पुष्प, छाता, ध्वज, दही, पान, कमल, कलश, शंख और सोने के गहने देखता है उसे सभी प्रकार का सुख मिलता है।
स्वप्न में देवी लक्ष्मी की मूर्ति देखने से धन की प्राप्ति होती है।
गोरैया, नीलकंठ, कबूतर, सारस, तोता व तीतर दिखाई देने से गृहस्थ जीवन खुशहाल होता है।
स्वप्न में स्वयं को किसी महल के ऊँचे बुर्ज पर खड़े देखना भावी जीवन में उन्नति का संकेत है।
यदि कोई रोगी स्वप्न में दवाई की बोतल टूटी हुई देखता है तो वह शीघ्र ही रोग मुक्त हो जाता है।
स्वप्न में फल देखना बहुत शुभ होता है।
यदि आप स्वयं को किसी ऊंचाई पर चढ़ता देखें तो यह भविष्य में उन्नति का संकेत है।
यदि आप स्वप्न में नए वस्त्र पहने दिखते हैं तो आपको कोई मांगलिक कार्य का संदेश मिलने वाला है।
यदि आप किसी वृद्ध व्यक्ति अथवा साधु को देखते हैं तो आपको बड़ा लाभ अथवा सम्मान मिलने वाला है।
अशुभ स्वप्न
यदि स्वप्न में किसी बच्चे का जन्म होता दिखाई दे तो सावधान होना चाहिए क्योंकि यह आगामी दुर्घटना का संकेत है
यदि स्वप्न में किसी रोते बच्चे को देखें तो कोई संकट आने वाला है।
स्वप्न में जिस व्यक्ति को दक्षिण दिशा में खड़े पितर बुलाते हैं उसको अपना अंतिम समय आया हुआ जान लेना चाहिए।
स्वप्न में कोई खंडहर, सुनसान जगह देखना, भटक जाना और निकलने का कोई मार्ग न मिलना हानि कारक होता है।
स्वप्न में यदि कोई किसी के पांवों को कटा हुआ देखेगा तो उसके जीवन में अनेक प्रकार की आर्थिक और व्यवसायिक बाधाएं आने वाली हैं।
स्वप्न में यदि कोई पानी में डूबता जा रहा है तो यह आने वाले संकटों का सूचक है।
यदि कोई व्यक्ति स्वप्न में स्वयं को डोरी से बंधा हुआ देखता है तो उसे शीघ्र ही किसी अपराध में बंदी बनाया जा सकता है।
स्वप्न में यदि ऐसा प्रतीत हो कि कोई व्यक्ति स्वप्न देखने वाले की पत्नी का अपहरण करके ले जा रहा है तो शीघ्र ही उसके धन की हानि होती है।
स्वप्न में किसी बारात में शामिल होना अशुभ है।
स्वप्न में किसी की हत्या होते देखने का अर्थ है कि कोई आपके खिलाफ बगावत कर रहा है।
स्वप्न में यदि कोई सोना चांदी आदि धातुओं की चोरी करता है तो यह अशुभ है। इस का प्रभाव व्यवसाय पर पड़ सकता है।

अनिष्ट फल नाशक उपाय
यदि मन यह स्वीकार करे कि देखे गए स्वप्न का परिणाम अनिष्टकारी हो सकता है तो उसके निवारण का उपाय अवश्य किया जाना चाहिए। चित्रकूट वास के समय श्री राम ने भी एक स्वप्न देखा था जिसके अनिष्ट फल के निवारण हेतु उन्होंने भगवान शंकर की पूजा की थी। उचित उपाय करने से बुरे स्वप्न से होने वाला दुष्प्रभाव अत्यन्त क्षीण अथवा समाप्त हो जाता है।
यदि स्वप्न अधिक भयानक और रात्रि १२ से २ बजे देखा जए तो तुरंत श्री शिव का नाम स्मरण करें। ÷ऊँ नमः शिवाय’ का जप करते हुए सो जाएं। तत्पश्चात्‌ ब्रह्ममुहूर्त में उठकर स्नानादि करके शिवमंदिर में जाकर जल चढ़ाएं पूजा करें व पुजारी को कुछ दान करें। इससे संकट नष्ट हो जाता है।
यदि स्वप्न ४ बजे के बाद देखा गया है और स्वप्न बुरा है, तो प्रातः उठकर बिना किसी से कुछ बोले तुलसी के पौधे से पूरा स्वप्न कह डालें। कोई दुष्परिणाम नहीं होगा। स्नान के बाद ÷ऊँ नमः शिवाय’ का १०८ बार जप करें।
हनुमान जी सब प्रकार का अनिष्ट दूर करने वाले हैं। बुरे स्वप्न का अनिष्ट दूर करने के लिए सुंदरकांड, बजरंग बाण, संकटमोचन स्तोत्र अथवा हनुमान चालीसा का पाठ भी सांयकाल के समय किया जा सकता है।
यदि स्वप्न बहुत बुरा है और आपके घर में तुलसी का पौधा नहीं है, तो सुबह उठकर सफेद कागज पर स्वप्न को लिखें फिर उसे जला दें। राख नाली में पानी डाल कर बहा दें। फिर स्नान करके एक माला शिव के मंत्र ÷ऊँ नमः शिवाय’ का जप करें। दुष्प्रभाव नष्ट हो जाएगा।

नीचे कुछ मुख्य-मुख्य स्वप्नों के भावों फलों का संक्षिप्त वर्णन किया जा रहा है….

स्वप्न फलों के संबंध में निम्न बातों को ध्यान में रखना आवश्यक है। रात्रि में तीन बजे से सूर्योदय के पूर्व के स्वप्न सात दिन में, मध्य रात्रि के स्वप्न 1 माह में, मध्य रात्रि से पहले के स्वप्न 1 वर्ष में अपना फल प्रदान करते हैं। दिन के स्वप्न महत्वहीन होते हैं। एक रात में एक से अधिक स्वप्न आएं तो अंतिम स्वप्न ही फलदायक होगा।
शुभ स्वप्न फल विचार
स्वप्न में जिस पुरुष को अपने सिर पर घर जलता दिखाई दे, उसे राज्य पद मिलता है।
जो पुरुष स्वप्न में कानों में कुंडल, माथे पर मुकुट और गले में मोतियों का हार धारण करता है वह निश्चित ही राज्यपद को प्राप्त करता है।
जो पुरुष स्वप्न में अपने शत्रुओं को पराजित होते हुए देखता है वह पुरुष पदोन्नति प्राप्त करता है।
जो पुरुष स्वप्न में गाय, बैल, पक्षी, हाथी पर चढ़कर अपने आपको समुद्र को पार करता हुआ देखता है वह
राजा है।
जो पुरुष स्वप्न में कमल के पत्ते पर बैठकर खीर खाता है वह राज्यपद को प्राप्त करता है।
यदि कोई स्त्री स्वप्न में अपनी योनि के क्षेत्र को विकसित देखती है तो उसे किसी पुरुष के धन की प्राप्ति होती है।
जिस पुरुष के स्वप्न में सारे बाल झड़ जाते हैं या वह अपने आपको केश विहीन देखता है तो उसे अतुल्य धन की प्राप्ति होती है।
जो पुरुष स्वप्न में कुम्हार को घड़ा बनाते देखता है उसके शोक का नाश होता है और उसे बहुत धन की प्राप्ति होती है।
जो पुरुष स्वप्न में अपने आपको ऊंची दीवार पर बैठा देखे तो उसको सुख-संपत्ति प्राप्त होती है।
यदि कोई पुरुष स्वप्न में अपने को अपनी आयु से बड़ा देखे तो उसको मान-सम्मान की प्राप्ति होती है।
अशुभ स्वप्न फल विचार :
यदि कोई स्त्री अपने आपको स्वप्न में गंजा देखे तो उसे गरीबी का सामना करना पड़ेगा।
यदि पुरुष स्वप्न में देखे कि उसके साथ दुर्घटना घट गयी है तो उसे शीघ्र ही बीमारी जकड़ लेती है।
यदि कोई स्वप्न में यात्रा के लिए वाहन द्वारा जाने की तैयारी में है तो उसे यात्रा छोड़ देनी चाहिए, क्योंकि यात्रा में उसकी मृत्यु हो सकती है।
यदि कोई स्वप्न में अपने आपको शीशा तोड़ते हुए देखता है तो उसके परिवार में शीघ्र ही किसी सदस्य की मृत्यु हो जाती है।
यदि कोई पुरुष स्वप्न में चीटियों को मारे तो व्यापार का नाश होता है।
जो पुरुष अपनी नाव को तूफान में फंसते देखता है तो आने वाला समय दुर्भाग्य की सूचना देता है।
यदि कोई पुरुष स्वप्न में कड़वी दवा लेता है तो वह अनेक प्रकार की कठिनाईयों में पड़ जाता है।
स्वप्न में रोता बच्चा देखना बीमारी और निराशा की सूचना देता है।
प्रणय संबंधी स्वप्न फल विचार :
यदि कोई युवती स्वप्न में किसी रत्न जड़ी अंगूठी अथवा नैकलेस को देखती है तो उसका दांपत्य
जीवन सुखी व्यतीत होता है।
यदि युवती स्वप्न में किसी मित्र के दिये हुए कंगन पहनती है तो उसका शीघ्र ही विवाह हो जाता है।
यदि पुरुष स्वप्न में कोई सुंदर वस्त्र देखता है तो उसे मधुर स्वभाव वाली विदुषी पत्नी की प्राप्ति होती है।
यदि पुरुष स्वप्न में औरत को घूंघट निकालते देखता है तो उसका दांपत्य जीवन सुखमय व्यतीत होता है।
जब कोई पुरुष स्वप्न में अपनी खोई हुई वस्तु प्राप्त करता है तो उसे आगामी जीवन में सुख मिलता है ।

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