लिवर की समस्या हो तो इन 5 चीजों को डाइट में कर लें शामिल
- कलौंजी का तेल : यह एक एंटीऑक्सीडेंट की तरह काम करता है। इसे हम खासतौर पर शरीर की प्रतिरोधकता बढाने वाला समझ सकते हैं। एंटीऑक्सीडेंट कैंसर से लडते हैं इसके अलावा लिवर की हेल्थ भी कलौंजी से बढ़िया रहेगी। इस तेल के उपयोग से लिवर लेड जैसी धातु को शरीर के बाहर आराम से निकाल देता है।
- हल्दी : हल्दी का उपयोग भारतीय भोजन में रंग, स्वाद और न्यूट्रिएंट्स के लिए होता है। इसे जादुई चीज़ कहा जाए तो गलत नहीं होगा। इसमें एंटीऑक्सीडेंट, एंटीइंफ्लेमेट्री (सूजन घटाने का), एंटीबैक्टेरियल गुण होते हैं। लिवर एकदम दुरूस्त रहेगा।
- अदरक : अदरक लिवर को ऐसे तत्व देता है जिससे इसका काम की क्षमता बढ़ जाती है। यह भी एंटीऑक्सीडेंट गुणों का खजाना है। रिसर्च में तब बात साबित हो चुकी है कि अदरक का प्रयोग आपके लिवर को तंदुरूस्त रखेगा।
- नींबू : नींबू का पेट या पाचन को दुरूस्त करने के लिए कई बार आपके सामने सलाह के रूप में आया होगा। हर दिन की शुरुआत नींबू और गर्म पानी के साथ करने की सलाह दी जाती है। लिवर की क्रियाओं को नींबू जमकर बूस्ट देता है।
- चुकंदर : खून को हीमोग्लोबिन और आपको हेल्थ की लालिमा देने वाला चुकंदर गुणों का खजाना है। कई बीमारियों से आपकी रक्षा के अलावा चुकंदर आपके लिवर को भी कई गुना अधिक ताकतवर बना देगा।
घरेलू नुस्खे जो बचाए निमोनिया से
जब बात किसी घरेलू नुस्खे की आती है, तब कई बड़े-बुजुर्ग केवल इसी को प्रयोग करने में अपनी समझदारी समझते हैं क्योंकि इसके कोई साइड इफेक्ट नहीं होते और बीमारी भी झट से ठीक होजी है। एलोपेथी उपचार के मुकाबले घरेलू नुस्खे या आयुर्वेदिक दवाएं ज्यादा कार्यगर होती हैं। अगर हम निमोनिया की बात करें तो, इसे हम कई तरीको से ठीक कर सकते हैं। निमोनिया ठीक करने के लिये कई सारे घरेलू उपचार हैं। इनमें से आपको जो कुछ भी सही लगे उसका प्रयोग आप कर सकते हैं। यदि आपको या फिर आपके परिवार में किसी को निमोनिया हो गया हो तो आप नीचे दिये गए कुछ आसान से घरेलू नुस्खों का प्रयोग कर सकते हैं। निमोनिया फेफड़ों में असाधारण तौर पर सूजन आने के कारण होता है। इसमें फेफड़ों में पानी भी भर जाता है। आमतौर पर निमोनिया कई कारणों से होता है जिनमें प्रमुख हैं बैक्टीरिया, वायरस, फंगी या अन्य कुछ परजीवी। इनके अलावा कुछ रसायनों और फेफड़ों पर लगी चोट के कारण भी निमोनिया होता है। अगर निमोनिया से तुरंत ना लड़ा जाए तो, निमोनिया से फेफड़ों पर खतरा भी पड़ सकता है। आज आपको निमोनिया की बीमारी से बचने के लिये कुछ घरेलू नुस्खें बताएंगे। यह घरेलू नुस्खे अन्यंत काम के हैं इसलिये इन्हें अनदेखा ना करें ।
लहसुन
लहसुन को नियमित अपने खाने में शामिल करें क्योंकि यह प्राकृतिक एंटीबायटिक के रूप में जाना जाता है। यह शरीर में रोगाणुओं को खतम करता है। हल्दी हल्दी को खाने में जरुर डालें क्योंकि निमोनिया को जल्द खतम करने में सहायक होती है।
अदरक
लहसुन की ही तरह अदरक भी सांस से संबन्धित समस्या को दूर करती है। इसे चाय में डाल कर सुबह पियें। तुलसी यह एक ऐसी जड़ी बूटी है जिसे डॉक्टर भी लेने को बोलते हैं। यह खराब बैक्टीरिया को शरीर से बाहर निकालती है। इसे दिन में 6 बार लेना चाहिये।
विटामिन सी
विटामिन सी से युक्त बहुत सारे फल मिल जाएंगे, इन्हें अपनी डाइट में शामिल करें। पानी इस रोग में बहुत सारा पानी पीना चाहिये। इससे शरीर हाइड्रेट रहेगा।
गाजर
गाजर यह केवल आंखों के लिये ही नहीं बल्कि फेफड़ों के लिये भी अच्छा होता है। निमोनिया होने पर गाजर का जूस जरुर पीना चाहिये क्योंकि इसमें बहुत सारा विटामिन ए होता है। मिर्च एक्सपर्ट्स का मानना है कि मिर्च में इंफेक्शन से लड़ने की बहुत ताकत होती है। इसलिये इसे निमोनिया होने पर जरुर खाएं।
तिल
तिल निमोनिया के खतरनाक बैक्टीरिया से तिल के बीज छुटकारा दिलाते हैं। शहद चीनी की बजाए इस बीमारी में शहद खाना चाहिये। क्योंकि इसमें एंटीबैक्टीरियल गुण होते हैं जो कि खराब बैक्टीरिया से शरीर को बचाने में मदद करते हैं।
मेथी
मेथी दाना इसमें बहुत सारी शक्ति होती है। इस बीमारी के दौरान आपको मेथी अवश्य खाना चाहिये। काली चाय जिन्हें निमोनिया हो उन्हें दूध के बने उत्पादों से दूरी बना कर रखनी चाहिये। इस दौरान काली चाय का सेवन करना चाहिये।
चुकंदर
चुकंदर में बहुत सारी उर्जा होती है और यह शरीर के अंदर का इम्यून सिस्टम को मजबूती प्रदान करता है। इस बीमारी में आपको इसका सेवन जरुर करना चाहिये।
न खाएं पशु प्रोटीन अगर आप नॉन वेज खाने के शौकीन हैं तो, सी फूड खाइये ना कि पशु का मांस। मछली जैसे, ट्यूना और साल्मन आदि मछलियों में बहुत सारा ओमेगा फैटी एसिड होता है जो कि बीमार शरीर की आवश्यकता है।