: ज़रूर Try करें अपने बालों के लिए ये 8 हर्बल नुस्खे.
अनियंत्रित जीवनशैली और खान-पान अनेक समस्याओं की जड़ है। खान-पान में मसालों का अधिक उपयोग, खाद्य तेल की अशुद्धता और नकली खाद्य पदार्थों के इस्तेमाल के अलावा वातावरण में मौजूद प्रदूषण की वजह से हमें अक्सर कई स्वास्थय संबंधित समस्याओं का सामना करना पडता है।
आमतौर पर इनका सीधा असर हमारे शरीर के बाहरी अंगों पर ज्यादा होता है। हमारे व्यक्तित्व सौंदर्य की पहचान बनाने में हमारे बाल महत्वपूर्ण भूमिका अदा करते हैं, लेकिन जब बालों संबंधित समस्याएं हमे घेर लेती हैं तो हमारा आत्मविश्वास डगमगाने सा लगता है। खान-पान और पर्यावरण प्रदूषण की वजह से बालों की समस्याओं जैसे बाल झडना, पतले होना, असमय पकना. डेंड्रफ़ होना, बालों का दोमुंहा होना आदि आम बात हो चुकी है, लेकिन प्रकृति के करीब रहने वाले आदिवासियों में इस तरह की समस्याएं नहीं के बराबर देखी जाती हैं।
कुछ हर्बल नुस्खे और खान-पान के तरीके के अलावा इनकी दैनिक जीवन-शैली एक
महत्वपूर्ण भूमिका निभाती है।
१. अमरबेल
अमरबेल के पौधे को कुचलकर रस तैयार कर लें और रोजाना सुबह एक सप्ताह तक लगाएं सिर से डैंड्रफ नदारद हो जाएगी। साथ ही, इससे बालों का गिरने का सिलसिला भी कम हो जाता है। माना जाता है कि आम के पेड पर चढी हुई अमरबेल को उबालकर उस पानी से स्नान किया जाए तो गंजापन दूर होता है।
२. .नीम
असमय बालों के पकने और बालों के झड़ने के क्रम को रोकने के लिए पातालकोट के आदिवासी नीम के बीजों से मिलने वाले तेल को रात में सिर पर लगा लेते हैं और सुबह सिर को साफ धो लेते हैं। माना जाता है कि नीम के बीजों का तेल बालों में एक माह तक लगातार इस्तेमाल करने से बालों का झडना रुक जाता है। डैंड्रफ होने पर 100 मिली नारियल तेल में (20 ग्राम) नीम के बीजों का चूर्ण अच्छी तरह मिलाएं। इस तेल की सप्ताह में दो बार रात को सोने से पहले बालों में अच्छे से मसाज करें।
३. सहजन या मुनगा
इसकी पत्तियों को कुचलकर रस तैयार करें। इसे रोजाना नहाने से पहले बालों में लगाएं। यह सिर से रूसी या डैंड्रफ खत्म कर देता है। इस रस का इस्तेमाल कम से कम एक सप्ताह तक करना जरूरी है। सहजन की फलियों को उबालकर पल्प तैयार कर लें और नहाते वक्त इस पल्प को सिर पर शैंपू की तरह इस्तेमाल करें तो यह बाजार में उपलब्ध किसी भी विटामिन ई युक्त शैंपू से बेहतर साबित होगा। आधुनिक विज्ञान भी सहजन में पाए जाने वाले विटामिन ई की पैरवी करता है।
४. जासवंत
जासवंत के लाल फूलों को एकत्र करके कुचल लें और नहाने से 10 मिनिट पहले सिर की त्वचा पर रगड़ें। यह बालों के काला होने में मदद करता है। साथ ही, एक बेहतरीन कंडीशनर की तरह काम करता है।
५. पारिजात
पारिजात की पत्तियों और बीजों का चूर्ण तेल में मिलाकर रोजाना रात को बालों की जड़ों पर मालिश करते हुए लगाएं। बाल घने होने लगेंगे।
६. जटामांसी
जटामांसी की जड़ों को नारियल के तेल के साथ उबाल लें। ठंडा होने के बाद एक बोतल मे भरकर रख लें। रोजाना रात को सोने से पहले इस तेल से मालिश करें तो असमय बालों का पकना और झड़ना बंद हो जाता है।
७. कनेर
कनेर की पत्तियों को दूध में कुचल कर बालों पर लगाने से गंजापन दूर होता है, साथ ही बालों का असमय पकना रुक जाता है।
८. मेथी
मेथी की सब्जी का ज्यादा सेवन बालों की सेहत के लिए अच्छा माना जाता है। मेथी के बीजों का चूर्ण तैयार करके पानी के साथ मिलाएं और पेस्ट बना लें। इस पेस्ट को सिर पर लेपित करके आधे घंटे के लिए रख दें और बाद में इसे धो लें। यह उपाय करने से बालों से डेंड्रफ खत्म हो जाता हैं, ऐसा सप्ताह में कम से कम दो बार किया जाना चाहिए।
बालों मे रूसी
पानी में नींबू का रस मिलाकर 1 सप्ताह तक प्रतिदिन बालों की जड़ों में अंगुलियों से अच्छी तरह से मसल लें। फिर थोड़ी देर बाद बालों को धो दें। इससे बालों में से रूसी खत्म हो जाती है।
3 भाग जैतून के तेल में 1 भाग शहद घोल लें। इस मिश्रण को सिर और बालों पर लगाकर सिर पर गर्म तौलिया लपेट लें। इसके बाद सिर को अच्छी तरह से धोने से बालों की रूसी खत्म हो जाती है।
नारियल के तेल में चार प्रतिशत कपूर मिलाकर रख लें। फिर अपने बालों को अच्छी तरह से धोकर बालों को सुखा लें। इसके बाद इस तेल को बालों में लगाकर सिर की अच्छी तरह से मालिश करें। इससे रूसी खत्म हो जाती है।
आंवला, शिकाकाई तथा रीठा को एक साथ पानी में भिगोकर उस पानी से सिर को धोयें। इस क्रिया को 2-3 दिन तक करने से बालों में से रूसी खत्म हो जाती है।
रोजाना जैतून के गुनगुने तेल से सिर की मालिश करें। फिर गर्म पानी में तौलिया भिगोकर अच्छी तरह से निचोड़कर पूरे सिर में बांध लें। इससे तेल और भाप बालों की जड़ों तक पहुंच जाता है। 3 घंटे के बाद गुनगुने पानी से बालों को अच्छी तरह से धोने से बालों मे से सारा शैंपू निकल जाता
बांलो का झडऩा
रात में मेथी के बीजों को पानी में भिगो देना चाहिए। सुबह उठने पर इन्हें पीसकर लेप जैसा बना लेना चाहिए और फिर इस लेप को बालों पर लगाना चाहिए। ऐसा कुछ दिनों तक करने से रोगी के बाल झड़ना रुक जाते हैं।
बाल झड़ने के रोग में बेरी के पत्तों को पीसकर इसमें नींबू का रस मिलाकर सिर पर लगाने से बाल दुबारा उगने लगते हैं।
ताजे धनिये का रस या गाजर का रस बालों की जड़ों में लगाने से रोगी व्यक्ति के बाल झड़ने बंद हो जाते हैं।
सिर में जिस जगह से बाल झड़ गये हैं उस जगह पर प्याज का रस लगाने से बाल दुबारा से उग आते हैं।
गाजर को पीसकर लेप बना लें। फिर इस लेप को सिर पर लगाये और दो घंटे के बाद धो दें। ऐसा प्रतिदिन करने से बाल झड़ने बंद हो जाते हैं।
गंजेपन को दूर करने के लिए रात को सोते समय नारियल के तेल में नींबू का रस मिलाकर सिर की मालिश करनी चाहिए।
सूर्य तप्त नीली बोतल के तेल से सिर पर रोजाना मालिश करने से बाल गिरना रुक जाते हैं।
खाना खाने के बाद सिर को उंगलियों से खुजलाना चाहिए, इससे बाल झड़ना कुछ ही दिनों में रुक जाते हैं।
बाल झड़ने के रोग को ठीक करने के लिए रोजाना 2-3 बार लगभग पांच मिनट के लिए दोनों हाथों की उंगुलियों के नाखूनों को आपस में रगड़ना चाहिए।
सुबह सूर्योदय से पहले दैनिक कार्यों से निवृति के बाद स्नान करना चाहिए। इस प्रकार के स्नान से पेट, सिर और आंखों में गर्मी नहीं बढ़ती है। इसके फलस्वरूप बाल झड़ना रुक जाते हैं।
बालों को झड़ने से रोकने के लिए सप्ताह में कम से कम दो बार मुलतानी मिट्टी से बालों को धोना चाहिए।
इस रोग को ठीक करने के लिए खुली हवा में लंबी गहरी सांस लेनी चाहिए तथा कुछ व्यायाम भी करने चाहिए।
यदि किसी व्यक्ति को जुकाम, खांसी, तनाव, चिंता, प्रमेह आदि रोग हो गए हों तो उसे तुरंत ही इसका इलाज करना चाहिए क्योंकि ये बालों के झड़ने का कारण बन सकते हैं।
बांलो का सफेद होना
आंवला, ब्राह्मी तथा भृंगराज को आपस में मिलाकर पीस लें। फिर इस मिश्रण को लोहे की कड़ाही में फूलने के लिए रख दें। सुबह के समय इसको मसलकर लेप बना लें फिर इसके बाद 15 मिनट तक इसे बालों में लगाएं। इस प्रकार से उपचार सप्ताह में 2 बार करने से बाल सफेद होना बंद होकर कुदरती काले हो जाते हैं।
. गुड़हल के फूल तथा पोदीने की पत्तियों को एकसाथ पीसकर थोड़े से पानी में मिलाकर लेप बना लें। फिर इस लेप को अपने बालों पर सप्ताह में कम से कम दो बार आधे घण्टे के लिए लगाएं। ऐसा करने से सफेद बाल काले होने लगते हैं।
. चुकन्दर के पत्तों का लगभग 80 मिलीलीटर रस सरसों के 150 मिलीलीटर तेल में मिलाकर आग पर पकाएं। फिर जब पत्तों का रस सूख जाए, तो आग पर से उतार लें। फिर इसे ठंडा करके छानकर बोतल में भर लें। इस तेल से प्रतिदिन सिर की मालिश करने से बाल झड़ना रुक जाते हैं और समय से पहले सफेद नहीं होते हैं। इससे बालों की कई प्रकार की समस्याएं भी दूर हो जाती हैं।